Gwalior EODB Conclave: ग्वालियर में लगा 500 से अधिक उद्यमियों का जमावड़ा, 20 हजार करोड़ के निवेश की उम्मीद

Gwalior EODB Conclave : ग्वालियर में स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कॉन्क्लेव का उद्घाटन कलेक्टर रुचिका चौहान ने किया. कॉन्क्लेव में 500 से ज्यादा उद्यमी और 9 विभागों के कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शिरकत कर रहे है.

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Gwalior EODB Conclave: ग्वालियर अंचल में व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियां बढाने के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कॉन्क्लेव (Ease of Doing Business Conclave) का आयोजन हो रहा है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की पहल पर भोपाल और जबलपुर के बाद ग्वालियर में आयोजित कॉन्क्लेव में 500 से ज्यादा उद्यमी शिरकत कर रहे है.

ग्वालियर अंचल में आयोजित हो रहे ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कॉन्क्लेव एक्सपोर्ट प्रमोशन पर फोकस है. सरकार और उद्यमियों को उम्मीद है कि EODB कॉन्क्लेव इसके जरिए मध्य प्रदेश और ग्वालियर अंचल में 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश आ सकता है.

अनभिज्ञता में ग्वालियर उद्यमी नहीं उठा पाते हैं निर्यात का लाभ

कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री IIC के स्टेट चेयरमेन आशीष वैश्य ने बताया कि ग्वालियर अंचल के कई ऐसे प्रोडक्ट है जो अनेक देशों में निर्यात होते हैं या हो सकते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में उद्यमी इसका लाभ नहीं ले पाते हैं. इन सबकी जानकारी उन्हें इस कॉन्क्लेव के जरिए दी जा रही है.

पेटेंट पर सरकार से मिलती है एक लाख रुपए तक की सब्सिडी

आशीष वैश्य ने बताया कि कॉन्क्लेव के दौरान उद्यमियों को बताया गया कि देश- विदेश में लगने वाली बिजनेस एग्जीबिशन में जाने का खर्च सरकार देती है. उन्हें यह भी बताया गया कि प्रोडक्ट या इकाई का आईएसओ प्रमाण पत्र लेने या फिर पेटेंट कराने पर एक लाख रुपए तक की सब्सिडी मिलती है.

ग्वालियर में स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कॉन्क्लेव का उद्घाटन कलेक्टर रुचिका चौहान ने किया. कॉन्क्लेव में 500 से ज्यादा उद्यमी और 9 विभागों के कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शिरकत कर रहे है.

कॉन्क्लेव के माध्यम से उद्यमियों की समस्याएं भी सरकार तक पहुंचेंगी

उन्होंने बताया कि, ग्वलियर अंचल के उद्यमी जानकारी के अभाव में इसका लाभ नहीं ले पाते हैं. इस कॉन्क्लेव के माध्यम से उद्यमियों की समस्याएं भी सरकार और प्रशासन तक पहुंचेंगी. साथ ही, फायर एनओसी,बिल्डिंग परमिशन, प्रोपर्टी टैक्स एवम मेंटिनेंस आदि से जुड़ी समस्याओं पर भी व्यापक चर्चा हुई.

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किस सेक्टर कितना निवेश करने पर कितना मिलता है प्रोत्साहन?

कॉन्क्लेव में उद्यमियों को बताया गया कि किस सेक्टर कितना निवेश करने पर सरकार द्वारा कितना प्रोत्साहन दिया जाता है. इस मौके पर उद्यमियों ने बताया कि आद्यौगिक क्षेत्रों में पंचायतों के दखल से काफी दिक्कतें होतीं है. यह दखल कैसे कम किया जाए इसको लेकर सरकार को कोई पॉलिसी बनानी चाहिए.

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