आउटसोर्स कर्मियों को सैलरी नहीं मिलने पर नाराज हुईं कलेक्टर, सिविल सर्जन के वेतन आहरण पर लगाई रोक  

MP News: कलेक्टर ने साफ  निर्देश दिए हैं कि जब तक आउटसोर्स कर्मियों का वेतन वितरित नहीं होता, तब तक सिविल सर्जन एवं अस्पताल प्रबंधक का वेतन भी आहरित नहीं किया जाए. 

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल के दौरे के समय उनका स्वास्थ्य परीक्षण के समय बीपी नापने की मशीन में एरर आने के बाद अब कलेक्टर रुचिका चौहान ने अब अपनी निगाह  जिला चिकित्सालय मुरार की तरफ केंद्रित कर दी है.  कलेक्टर रुचिका चौहान ने शुक्रवार को अचानक मुरार अस्पताल पहुंची और वहां का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने डॉक्टर्स के ड्यूटी चार्ट देखे.अस्पताल में पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन वितरण में देरी होने पर कड़ी आपत्ति दर्ज की. 

उन्होंने साफ  निर्देश दिए हैं कि जब तक आउटसोर्स कर्मियों का वेतन वितरित नहीं होता, तब तक सिविल सर्जन एवं अस्पताल प्रबंधक का वेतन भी आहरित नहीं किया जाए.

कलेक्टर रुचिका चौहान ने सिविल सर्जन एवं अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया है कि आउटसोर्स कर्मचारियों की जो एजेंसी है उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए. सिविल सर्जन अस्पताल प्रबंधन बेहतर ढंग से करें.अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों के हितों का विशेष ध्यान रखा जाए. अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार मिले और शासन की मंशानुरूप स्वास्थ्य सेवायें आम लोगों को उपलब्ध हों, यह सुनिश्चित किया जाए. 

अस्पताल में मरीजों के साथ आने वाले परिवारजनों को भी किसी प्रकार की परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाए. अस्पताल में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए. 

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कलेक्टर चौहान ने यह भी निर्देशित किया है कि 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलाए जा रहे सेवा पखवाड़े के तहत अस्पताल परिसर में सभी के सहयोग से सफाई का विशेष अभियान चलाया जाए. इस अभियान में अस्पताल में पदस्थ सभी चिकित्सक, अधिकारी और कर्मचारी भी भागीदारी करें. इसके साथ-साथ आमजनों का सहयोग भी मिले, यह सुनिश्चित किया जाए.

मशीन हो गई थी बंद 

विगत दिनों राज्यपाल ग्वालियर के दौरे पर आए थे. वीआईपी सर्किट हॉउस पर जिला अस्पताल द्वारा लगाए गए सिकल सेल परीक्षण शिविर के उदघाटन मे गवर्नर मंगूभाई पटेल ने जब अपना बीपी चैक करने को कहा तो डॉक्टर ने ज़ब मशीन लगाईं तो वह एरर बताकर बंद हो गई थी. इसके बाद सिविल सर्जन ने दूसरी मशीन मंगवाकर बीपी चेक किया. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरू हुई है. कलेक्टर के आज जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण क़ो इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.

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