MP News: ताजिया विसर्जन का प्रसाद खाने से 35 से ज्यादा बच्चे हुए फूड पॉइजनिंग का शिकार, कार्यक्रम संचालक पर कार्रवाई कब?

Gwalior News: ग्वालियर जिले के डबरा शहर के वार्ड क्रमांक 30 चीनोर रोड, मिश्रा गैस गोदाम के पास स्थित लाल पहाड़ी पर मुस्लिम समाज के ताजियों पर चावल की बिरयानी का प्रसाद वितरण किया गया था. जिसे खाकर बच्चे अपने घर लौट आए थे लेकिन अचानक छोटे-छोटे मासूम बच्चे बीमार होने लगे.

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर जिले (Gwalior District) के डबरा में स्थित लाल पहाड़िया वार्ड नंबर 30 में रहने वाले लोगों में उस समय हड़कंप मचा गया, जब ताजिया विसर्जन करके लौटने के बाद  35 से ज्यादा बच्चों को अचानक से उल्टी शुरू हो गई. बच्चों के परिजन उन्हें लेकर आनन- फनन में डबरा के सिविल अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में एक साथ बीमार बच्चे के आने से वहां अफरा तफरी मच गई. नाइट ड्यूटी स्टाफ में लगे कर्मचारियों की तो हालत ही खराब हो गई.

प्रसाद के रूप में बंटी बिरयानी से हुई परेशानी

सूचना मिलते ही डबरा एसडीएम दिव्यांशु चौधरी सिविल अस्पताल मौके पर पहुंचे और फूड पॉइजिंग से पीड़ित बच्चों और परिजनो से मिले. परिजनों ने एसडीएम और ड्यूटी स्टाफ को बताया कि ताजिया जुलूस की बिरयानी प्रसाद के रूप में बांटी गई थी. जिससे हमारे बच्चे फूड पॉइजिन का शिकार हो गए. इस सूचना के मिलते ही पूर्व मंत्री इमरती देवी सुमन भी सिविल अस्पताल बच्चो के बीच पहुंची और उनसे बात की उनके हालचाल जाने.

ग्वालियर जिले के डबरा शहर की है ये घटना

दरअसल ग्वालियर जिले के डबरा शहर के वार्ड क्रमांक 30 चीनोर रोड, मिश्रा गैस गोदाम के पास स्थित लाल पहाड़ी पर मुस्लिम समाज के ताजियों पर चावल की बिरयानी का प्रसाद वितरण किया गया था. जिसे खाकर बच्चे अपने घर लौट आए थे लेकिन अचानक छोटे-छोटे मासूम बच्चे बीमार होने लगे. बीमार बच्चो की संख्या 35 से ज्यादा रही तो वहीं 22 बच्चे ही शासकीय सिविल अस्पताल में इलाज हेतु पहुंचे.

कुछ बच्चों का प्राईवेट अस्पताल में हुआ इलाज

बताया जा रहा है कि 13 से अधिक बच्चों के परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल में अपने बच्चों का इलाज करवाया. गनीमत रही कि कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई और समय पर सभी मासूम बच्चों को इलाज मिल गया, फिलहाल सभी मासूम बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार तेज़ी से हो रहा है. 
कार्यक्रम करने वाले संयोजक के खिलाफ प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. क्या प्रशासन किसी बड़ी और अप्रिय घटना के बाद ही कार्यक्रम संयोजक पर कोई कार्यवाही करेगा ये सवाल सभी के जेहन में घूम रहा है.

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