Gwalior Bus Rape Case: ग्वालियर रोडवेज बस स्टैंड पर सोमवार रात एक ऐसी घटना हुई जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया. यहां एक बस कंडक्टर ने रात करीब 9:30 बजे एक महिला को खाली बस में बंधक बनाकर रेप कर दिया. घटना के तुरंत बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को मौके पर ही दबोच लिया.
मदद मांगने निकली थी पीड़िता
पीड़िता 27 वर्षीय महिला भिंड जिले के फूप क्षेत्र की रहने वाली है. पति से विवाद के चलते वह भरण-पोषण का केस लड़ रही है. इसी सिलसिले में वह सोमवार को पति का पता लगाने शिवपुरी पहुंची थी. ग्वालियर लौटते समय उसकी मुलाकात बस कंडक्टर विष्णु ओझा से हुई, जिसने हमदर्दी दिखाकर उसका भरोसा जीता और मोबाइल नंबर ले लिया.
हमदर्दी का दिखावा बना जाल
शाम को विष्णु ने महिला को फिर फोन कर शिवपुरी से अपनी बस में बैठा लिया. ग्वालियर पहुंचते ही सभी यात्री उतर गए, लेकिन कंडक्टर ने महिला से कहा कि बस में ही बैठे रहें, वह उसे भिंड छोड़ देगा. करीब आधे घंटे बाद वह लौटा और बस के दरवाजे अंदर से बंद कर दिए. धमकी देकर महिला से रेप किया और फिर मौके से भागने की कोशिश करने लगा.
महिला की हिम्मत बनी सबसे बड़ी ढाल
घटना के बाद भी पीड़िता ने हिम्मत नहीं हारी और तुरंत डायल 112 पर कॉल कर मदद मांगी. पुलिस टीम फौरन मौके पर पहुंची, महिला को सुरक्षित बाहर निकाला और बस स्टैंड पर छापेमारी कर आरोपी विष्णु ओझा को भागने से पहले ही पकड़ लिया.
ये भी पढ़ें- SIR के ऐलान के साथ ही गरमाई सियासत, कांग्रेस ने इसे भाजपा को फायदा पहुंचाने वाला कदम करार दिया
पुलिस की तेज कार्रवाई से बढ़ा भरोसा
पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया और उसके बयान के आधार पर रेप का केस दर्ज कर लिया है. यह घटना एक बार फिर सवाल उठाती है कि क्या महिलाएं अब सार्वजनिक स्थानों पर भी सुरक्षित नहीं? लेकिन साथ ही यह राहत भी देती है कि सही वक्त पर उठाया गया साहसिक कदम एक बड़ा अपराध रोक सकता है.
ये भी पढ़ें- MP SIR 2025: बिहार के बाद एमपी में भी अपडेट होगी वोटर लिस्ट, चुनाव आयुक्त ने बताया पूरा ब्लूप्रिंट