Guna Violence: सिंधिया के गढ़ में जातीय हिंसा, भील समुदाय ने बंजारा समाज के गांव को जलाकर किया खाक

Guna Violence: गुना के फतेहगढ़ के पास जमीन विवाद में दो पक्षों की हिंसक भिड़ंत और आगजनी की घटना पर ग्वालियर आईजी जी अरविंद सक्सेना ने ndtv से कहा कि पुलिस तहकीकात कर रही है. तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बड़ी तादाद में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है.

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Guna Violence News: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गुना (Guna) जिले के फतेहगढ़ थाना (Fatehgarh Police Station) क्षेत्र के पन्हेटी गांव में मंगलवार सुबह जातीय हिंसा (Caste Clashes) की गंभीर घटना सामने आई. भील समुदाय के लोगों ने बंजारा समाज (Banjara Community) के 12 घरों को आग के हवाले कर दिया. इस घटना में घरों के साथ-साथ ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, राशन और सर्दियों के कपड़े भी जलकर खाक हो गए.

ग्रामीणों की जान बची, पर भारी नुकसान

घटना के समय अधिकांश ग्रामीण खेतों में मजदूरी कर रहे थे, जिससे जनहानि टल गई. हालांकि, पूरी संपत्ति जलने से बंजारा समाज के परिवारों को भारी नुकसान हुआ है. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. फिलहाल, गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है.

दीपावली से शुरू हुआ तनाव

बमोरी तहसील के पन्हेटी गांव में वन भूमि पर कब्जे को लेकर लंबे समय से भील और बंजारा समुदाय के बीच विवाद चल रहा था. दोनों समुदायों के बीच इस विवाद ने दीपावली के दिन हिंसक रूप ले लिया. इस झड़प में दोनों पक्षों के दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.

इलाज के दौरान मौत

झड़प में घायल गलसिंह भील को इंदौर और कल्लू बंजारा को भोपाल में भर्ती कराया गया था. गलसिंह भील की इंदौर में इलाज के दौरान सोमवार रात मौत हो गई. गलसिंह भील की मौत के बाद भील समुदाय ने मंगलवार सुबह बंजारा समाज के गांव में हमला कर दिया. यह हमला इतना भीषण था कि पूरे गांव को जलाकर खाक कर दिया गया.

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प्रशासन की कार्रवाई और पुलिस तैनाती

घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है.

क्या है आगे की राह?

इस हिंसा ने दोनों समुदायों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है. प्रशासन की चुनौती है कि वह प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए.

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प्रभावित परिवारों के लिए मदद की मांग

बंजारा समाज के 12 परिवार इस घटना से पूरी तरह प्रभावित हुए हैं. उनके घर, सामान और रोजमर्रा की चीजें जलकर खाक हो चुकी हैं. स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि इन परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा और पुनर्वास की सुविधा दी जाए.

 पुलिस ने हालात में काबू में बताया

गुना के फतेहगढ़ के पास जमीन विवाद में दो पक्षों की हिंसक भिड़ंत और आगजनी की घटना पर ग्वालियर आईजी जी अरविंद सक्सेना ने ndtv से कहा कि पुलिस तहकीकात कर रही है. तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बड़ी तादाद में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. खुद पुलिस अधीक्षक अपनी टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं. मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में पहले से एफआईआर दर्ज है कर जांच शुरू की जा चुकी है. 

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पन्हेटी गांव में हुई यह घटना प्रशासन और समाज के लिए एक चेतावनी है कि जातीय विवादों को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है. अब जरूरत है कि दोनों समुदायों के बीच संवाद स्थापित कर शांति बहाल की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

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