Government Schools Bad Condition: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में भले ही स्कूलों के ताले खुल गए हों, लेकिन स्कूलों की बदहाली की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं. ऐसे ही तस्वीर सागर नगर में स्थित एक सरकारी माध्यमिक स्कूल (Government Middle School) की जर्जर हालत यह बताने के लिए काफी है कि बच्चों की पढ़ाई कम होती है, बल्कि जान जोखिम में है. इस स्कूल के क्लासरूम की छत किसी भी समय गिर सकती है. नन्हे-मुन्ने बच्चे डर के साए में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. बच्चों का कहना है कि स्कूल आने का मन तो करता है, लेकिन डर लगता है कि कहीं जर्जर छत उनके ऊपर ही न गिर जाए. कई बार शिक्षकों से शिकायत की, लेकिन जवाब में सिर्फ आश्वासन मिला—"जल्द ठीक करवा देंगे."
सरकारी स्कूल की हालत खस्ता
स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था खतरे में
इस सरकारी स्कूल से शिक्षक भी नदारद मिले. बच्चों की निगरानी का जिम्मा खाना बांटने वाली महिला के सिर था, जो बच्चों को संभालने की कोशिश कर रही थी. स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था भी भगवान भरोसे है. बाउंड्री वॉल टूटी हुई है, जिसके चलते शाम होते ही स्कूल शराबियों का अड्डा बन जाता है. स्कूल परिसर में टूटी हुई शराब की बोतलें और खाली डिस्पोजल गिलास बिखरे हुए थे, जो हालात की गंभीरता खुद बयां करते हैं.
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प्रिंसिपल ने भी की है शिकायत
जब इस पूरे मामले को लेकर स्कूल प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत करा दिया गया है. लेकिन, अब तो ऐसा लगता है, जैसे शिक्षा विभाग किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा हो. अगर संभागीय मुख्यालय में स्थित स्कूल की हालत इतनी खराब है, तो यह सोचने पर मजबूर होना पड़ता है कि दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में स्थित स्कूलों की स्थिति कैसी होगी.
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