Vidisha News: मध्य प्रदेश के विदिशा से आई एक तस्वीर ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है. यहां एक छोटी सी बच्ची कचरे में फेंका गया खाना उठाकर खाती नजर आ रही है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यूजर्स भी इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. किसी ने इसे मामा के भांजियों का विकास बताया तो किसी ने बचपन बचाओ अभियान पर सवाल उठाए...लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल- आखिर इस तस्वीर का जिम्मेदार कौन?
कचरे से खाना ढूंढकर मासूम बच्ची ने मिटाई अपनी भूख
दरअसल, विदिशा में कचरे (Garbage) के डंप से एक मासूम बच्ची अपना पेट भरने के लिए खाना खोजकर खाते हुए नजर आयी. यह तस्वीर विदिशा कलेक्ट्रेट परिसर से कुछ ही दूरी की बताई जा रही है. जहां यह मासूम बच्ची कचरे में फेंके खाने को उठाकर अपनी भूख मिटाने की कोशिश करती नजर आती है. यह नजारा किसी फिल्म का दृश्य नहीं, बल्कि हमारे समाज की सच्चाई है. जहां डिजिटल इंडिया के दौर में भी भूखे पेट का सवाल अभी बरकरार है.
धरातल पर धराशाई हुई सरकार की तमाम योजनाएं
झकझोर देने वाली ये तस्वीर
गौरतलब है कि सरकार गरीबों के नाम से सैकड़ों योजनाएं चला रही है, पर यह सब धरातल पर धराशाई हो जाती है. सरकारें दावे करती हैं कि गरीबों के लिए लाखों योजनाएं चलाई जा रही हैं, कोई व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा... लेकिन इन योजनाओं के बावजूद प्रदेश से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है.
सवाल सिर्फ सिस्टम पर ही नहीं है... क्योंकि जब यह वीडियो बनाया गया, तब किसी ने उस बच्ची को खाना नहीं दिया, बल्कि वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना जरूरी समझा... जो डिजिटल इंडिया के दौर में नई समाज सेवा बन चुकी है. अगर हर कैमरे के पीछे खड़ा व्यक्ति एक वक्त का भोजन भी दे देता तो शायद यह बच्ची आज वायरल नहीं, बल्कि मुस्कुराती नजर आती.
ये भी पढ़ें: आज कोर्ट में फिर से पेश किया जाएगा वांटेड वीरेन्द्र सिंह तोमर, रिमांड बढ़ाने को लेकर आवेदन करेगी पुलिस