Gehu kharidi kendra : मध्य प्रदेश में इन दिनों गेहूं खरीदी केंद्रों (Gehu kharidi kendra) पर फसल की खरीदी जारी है. वहीं, रविवार को बेमौसम हुई बारिश ने सारे इंतजाम की पोल खोल दी. इसके बाद खरीदी केंद्र प्रबंधक और संचालक की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है. बता दें, डिंडोरी जिले में हुई बेमौसम बारिश ने एक बार फिर खरीदी केंद्र के इंतजामों की पोल खोल कर रख दी है. बीते दिनों हुई तेज बारिश के चलते समनापुर जनपद के चांदरानी गेहूं खरीदी केंद्र में भंडारित सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीगने का मामला सामने आया है.
कई दिनों से ओलावृष्टि व तेज बारिश का सिलसिला जारी
हैरान करने वाली बात यह है कि पिछले पंद्रह दिनों से जिले में रुक रुककर ओलावृष्टि व तेज बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग के द्वारा बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया था. लेकिन खरीदी समाप्त होने के बाद भी निर्धारित समय पर गेहूं का परिवहन नहीं किया गया. सैंकड़ों क्विंटल गेहूं को भीगने के लिए खुले आसमान के नीचे पन्नी के सहारे छोड़ दिया गया.
इंतजाम के नाम पर केंद्र में सिर्फ पन्नी
गेहूं को बारिश से बचाने के लिए इंतजाम के नाम पर केंद्र में सिर्फ पन्नी है, जिसका उपयोग अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए किया जा रहा है. बारिश में गेहूं भीगने की जानकारी लगने के बाद नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक अशोक राजपूत चांदरानी गेहूं खरीदी केंद्र (Gehu kharidi kendra) पहुंचे और अपनी लापरवाही का ठीकरा गेहूं खरीदने वाली समिति पर फोड़ दिया.
गोलमोल जवाब दे रहे
नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक से जब हमने निर्धारित समय पर गेहूं का परिवहन नहीं किए जाने को लेकर सवाल किया तो वे गोलमोल जवाब देकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए. तो वहीं, खरीदी केंद्र में तैनात कर्मचारी का कहना है कि यदि समय पर गेहूं का परिवहन कर दिया गया होता तो गेहूं बारिश में भीगने से बच जाता. हालांकि, वो बारिश में भीगे गेहूं को सुरक्षित बताने का दावा करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
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