MP NEWS: बीजेपी विधायक और मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) ने आरोप लगाया है कि सागर जिले के कुछ पुलिस अधिकारी अवैध रूप से कॉल डेटा रिकॉर्ड या सीडीआर तक पहुंच बना रहे हैं और डेटा का दुरुपयोग कर धमकी दे रहे हैं या पैसे ऐंठ रहे हैं. हालांकि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इन आरोपों का खंडन किया.
भूपेंद्र सिंह ने बुधवार को उपमुख्यमंत्री और पालकमंत्री राजेंद्र शुक्ला की अध्यक्षता में सागर जिला योजना समिति की बैठक में इस मुद्दे को उठाया.
सिंह ने लगाया ये आरोप
केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाने वाले सिंह ने कहा, "ऐसी शिकायतें हैं कि (पुलिस का कहना है) आपका सीडीआर हमारे पास है, हम यह और वह कर सकते हैं."
विधायक ने आरोप लगाया कि गुमशुदा लोगों का पता लगाने या पुलिस अधीक्षक (एसपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) की अनुमति से जांच के लिए सीडीआर तक पहुंच बनाई जाती है, लेकिन इन मामलों में ऐसी कोई अनुमति नहीं ली जा रही है.
सिंह ने कहा, "जिले में पिछले पांच-छह महीनों से यह चल रहा है."
क्या बोले आईजी?
संपर्क किए जाने पर सागर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा ने पीटीआई को बताया कि स्थानीय एसपी ने बुधवार की बैठक में ही विधायक को आश्वासन दिया था कि बिना अनुमति के सीडीआर का उपयोग नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उचित प्रक्रिया का पालन किया जाता है और जब भी जांच के लिए डेटा की आवश्यकता होती है, तो कागजी कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि अगर विधायक विशिष्ट शिकायतों के साथ सामने आते हैं और किसी व्यक्ति का नाम लेते हैं, तो "हमें जांच करने में खुशी होगी." अधिकारी ने कहा, "हमने अपनी आंतरिक जांच पहले ही शुरू कर दी है."
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