पहले दो फैसले दिखाते हैं हमारी सरकार किस मॉडल पर चलेगी, बोले बजरंग दल के पूर्व अध्यक्ष पवैया

पवैया का कहना है कि मांस और अंडे की बिक्री खुले में होना अच्छे और सभ्य समाज की निशानी नहीं है. कुछ मांसाहारियों के लिए प्राणी की हत्या करके उसके मांस को बाजारों में खुलेआम बेचा जाए, यह हमारे जैसे देश के लिए ठीक नहीं है.

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बजरंग दल के पूर्व अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया

Gwalior News : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) की ओर से खुले में मांस और अंडे बेचने पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद जहां प्रशांसन ने इस पर अमल करना शुरू कर दिया है वहीं इस पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने जहां इसको जनता का ध्यान भटकाने वाला कदम बताया तो जवाब में हिंदूवादी नेता पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया (Jaibhan Singh Pawaiya) मैदान में आ गए. उन्होंने कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधते हुए कहा कि इतनी करारी हार के बाद भी उनको सद्बुद्धि नहीं आई है. वे आज भी कसाइयों के साथ खड़े हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ये पहले दो फैसले बताते हैं कि प्रदेश की हमारी नई सरकार किस मॉडल पर चलेगी. 

बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे पूर्व मंत्री पवैया ने कहा कि मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सरकार की कमान संभालते ही जो फैसले लिए हैं, वे धार्मिक स्थान पर अवैधानिक रूप से लगातार लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की बात हो या खुले में मांस और अंडे की बिक्री की बात हो, इस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है. मैं इसका स्वागत करता हूं और मुख्यमंत्री की सराहना करता हूं कि उन्होंने अपना काम शुरू करते ही सबसे पहले ही इस तरह के कदम उठाए हैं.

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'सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी नहीं मानते कुछ लोग'

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का पहले से ही ऐसा आदेश है लेकिन कुछ लोग मजहबी स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह के कृत्यों से बाज नहीं आते. पवैया ने कहा कि कई राज्यों का इतिहास इस बात का गवाह है कि इस तरह के मजहबी धार्मिक केंद्रों पर लगे हुए लाउड स्पीकरों ने हिंसा, दंगा, अराजकता और उत्पात भड़काने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है इसलिए यह फैसला होना ही चाहिए.

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'प्राणी की हत्या कर खुले में मांस बेचना गलत'

पवैया का कहना है कि मांस और अंडे की बिक्री खुले में होना अच्छे और सभ्य समाज की निशानी नहीं है. कुछ मांसाहारियों के लिए प्राणी की हत्या करके उसके मांस को बाजारों में खुलेआम बेचा जाए, यह हमारे जैसे देश के लिए ठीक नहीं है. इसलिए उस पर बंदिश का फैसला भी स्वागत योग्य है. मगर मुझे यह कहते हुए बहुत तकलीफ होती है कि कांग्रेस ने इस फैसले का विरोध किया है. कांग्रेस के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के फैसले भारतीय जनता पार्टी की सरकार ले रही है. पवैया ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कांग्रेस से और कमलनाथ जी से कि विधानसभा चुनाव में इतनी करारी हार के बाद भी कांग्रेस को सद्बुद्धि नहीं आई? क्या वह आज कसाइयों के साथ खड़ी होना चाहती है? तो क्या मांस और अंडे बेचने से मध्य प्रदेश का कल्याण हो जाएगा? 

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'विकास भी करेंगे और सनातन संस्कृति की रक्षा भी' 

उन्होंने कहा कि कांग्रेसी कहते हैं कि शिक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए. हमने पहले दिन ही सारे जिलों में पीएम एक्सीलेंस कॉलेज बनाने का फैसला लिया है. हम विकास भी करेंगे और अपनी सनातन संस्कृति की रक्षा भी करेंगे. दोनों ही काम हमको करने हैं इसलिए ये दो फैसले बताते हैं कि आने वाले 5 वर्षों में प्रदेश की सरकार किस मॉडल पर काम करेगी?

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