Food Poisoning: विदिशा में फूड पॉइजनिंग से हाहाकार, सोया ऑयल खाने से 4 लोग बीमार, तेल की होगी जांच

Food Poisoning in Vidisha: सिरोंज में फूड पॉइजनिंग से 4 लोग बीमार हो गए. इस घटना के बाद एसडीएम ने गोदाम की जांच की, जिसके बाद गोदाम को सील कर दिया गया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

विदिशा के सिरोंज के टोकरा में 2 पुरुष और 2 महिलाएं खाना खाने के बाद अचानक बीमार पड़ गए. तबियत बिगड़ने के बाद चारों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं हालात में सुधार न होने के बाद सभी को भोपाल रेफर कर दिया गया.

 55 वर्षीय रहिसन बी और 18 साल की तरन्नुम आईसीयू में भर्ती हैं, जबकि रिजवान और अफसर का इलाज जनरल वार्ड में चल रहा है. वहीं 20 वर्षीय रिजवान और 24 वर्षीय अफसर की भी तबियत बिगड़ गई. 

सीएम हेल्प लाइन में की शिकायत

घटना से नाराज कदीर मंसूरी ने सीएम हेल्प लाइन में इसकी शिकायत की. इसके बाद मंगलवार की शाम एसडीएम हर्षल चौधरी और तहसीलदार संजय चौरसिया अमले के साथ तेल बेचने वाले शाह किराना स्टोर और कृति ऑयल के डिस्ट्रीब्यूटर सुदर्शन किराना स्टोर की गोदाम पर निरीक्षण करने पहुंचे. 

Advertisement

एसडीएम ने निरीक्षण कर सील किया गोदाम

निरीक्षण के दौरान शाह किराना स्टोर पर 3 तरह का कृति ऑयल मिला. कृति का ओरिजनल तेल और इससे मिलते जुलते नाम का सोया कीर्ति और नव कीर्ति ऑयल. 15 लीटर की केन कृति की कीमत 1860 रुपये और डुप्लीकेट की कीमत 1600 रुपये बताई गई. इसके अलावा एक्सपायरी डेट का तेल और मसाले के पैकेट भी दुकान में पाए गए. जिसके बाद आधिकारियों ने स्टोर की गोदाम को सील कर दिया. इसके साथ ही कृति ऑयल के डिस्ट्रीब्यूटर सुदर्शन किराना गोदाम को भी सील कर दिया गया.

Advertisement

उल्टी, दस्त के साथ पेट में तेज दर्द की शिकायत

बीमार लोगों के परिजनों ने निजी तेल  कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सोया तेल का उपयोग करने से तबियत बिगड़ गई.

Advertisement

अफसर और कदीर ने बताया कि सिरोंज के पुराना बस स्टैंड के पास एक किराना दूकान से 15 लीटर की तेल की केन खरीदी थी. तेल की केन को खोलकर सब्जी बनाई जिसे खाने के बाद रिजवान, अफसर,रहिसन बी और तरन्नुम की तबीयत खराब हो गई. सभी को उल्टी, दस्त के साथ पेट में तेज दर्द की शिकायत है.

पुलिस ने खाद्य विभाग का मामला बताकर झाड़ा अपना पलड़ा

उन्होंने आगे बताया कि सिरोंज के सिविल अस्पताल में ,सभी का उपचार चला, लेकिन तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ जिसके बाद 4 लोगों को भोपाल रेफर किया गया.

बता दें कि परिजनों ने इसकी शिकायत थाने पहुंचकर कराई, लेकिन पुलिस ने खाद्य विभाग का मामला बताकर अपना पलड़ा झाड़ लिया. जिसके बाद पीड़ित सीएम हेल्प लाइन नंबर पर कॉल कर इसकी शिकायत की. 

ये भी पढ़े: 

Topics mentioned in this article