Mephedrone: उड़ता भोपाल, अब राजधानी की एक दुकान से बरामद हुआ ‘MD Drug’ बनाने का कच्चा माल!

MD Drug Raw Material Recovered In Bhopal: डीसीपी संजय अग्रवाल के मुताबिक भोपाल की दुकान में बरामद रसायन और कच्चे माल का इस्तेमाल ‘मेफेड्रोन' बनाने में होता है. स्थानीय बाजार में दुकान में मिले कच्चे माल की कीमत करीब 60 लाख रुपए है, जिससे 250 से 350 करोड़ रुपए के सिंथेटिक मादक पदार्थ बनाया जा सकता है.

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भोपाल:

Mephedrone Drug Seized:  राजधानी भोपाल के करीब एक फैक्टरी से करीब 907 किलो एमडी ड्रग की बरामदगी ने सबको हैरान कर दिया था, लेकिन नशा कारोबारियों को संजाल राजधानी में कितना फैल चुका है, इसकी बानगी मंगलवार को दिखा जब मध्य प्रदेश पुलिस ने राजधानी भोपाल की एक दुकान से ‘मेफेड्रोन' बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल जब्त किया.

भोपाल की दुकान से बरामद मेफेड्रोन ड्रग निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की बरामदगी शहर में ड्रग माफिया की मौजूदगी का इशारा है. यह भोपाल की एक फैक्टरी से भारी मात्रा में बरामद एमडी की खपत की ओर भी एक इशारा है कि वह किस कदर ड्रग की चपेट में आ चुकी हैं.

जब्त सामग्री से संभावित रूप से हो सकता है ‘मेफेड्रोन' का उत्पादन

डीसीपी संजय अग्रवाल ने बताया कि जब्त की गई सामग्री से संभावित रूप से मादक पदार्थ ‘मेफेड्रोन' का उत्पादन हो सकता है. उन्होंने बताया, भोपाल में सिंथेटिक मादक पदार्थ फैक्ट्री के खिलाफ एनसीबी (दिल्ली) की कार्रवाई के बाद MP पुलिस को सोमवार रात उसी स्थान पर संदिग्ध वस्तुओं की मौजूदगी की सूचना मिली और रात को उसे सील कर दिया गया.

NCB भोपाल की फैक्टरी में बरामद कर चुकी है 907.09 KG मेफेड्रोन

गौरतलब है गत पांच अक्टूबर को गुजरात एटीएस और एनसीबी ने एक संयुक्त ऑपरेशन में राजधानी भोपाल से निकट बगरोदा इलाके में स्थित मादक पदार्थ कारखाने का भंडाफोड़ किया था, जहां कुल 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया गया था, जिसकी अनुमानित कीमत 1,814 करोड़ रुपए बताई गई है

डीसीपी संजय अग्रवाल के मुताबिक भोपाल की दुकान में बरामद रसायन और कच्चे माल का इस्तेमाल ‘मेफेड्रोन' बनाने में होता है. स्थानीय बाजार में दुकान में मिले कच्चे माल की कीमत करीब 60 लाख रुपए है, जिससे 250 से 350 करोड़ रुपए के सिंथेटिक मादक पदार्थ बनाया जा सकता है.

पुलिस ने दुकान में ड्रमों और बोरियों में रखा कच्चा माल जब्त किया

डीसीपी संजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एनसीबी मामले में गिरफ्तार अमित चतुर्वेदी ने गोदाम के सामने गणेश मार्केट इलाके में एक दुकान किराए पर ली थी. वह देर रात कार से कुछ सामान बगरोदा कारखाने में ले जाता था. मंगलवार सुबह पुलिस ने दुकान का ताला तोड़ा और ड्रमों और बोरियों में रखे कई तरह के रसायन बरामद किए.

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दुकान से जब्त कच्चे माल से बन सकते हैं 250 से 350 करोड़ के ड्रग्स

बकौल डीसीपी गिरफ्तार अमित चतुर्वेदी को यह दुकान पिछले साल जुलाई में विष्णु पाटीदार ने किराए पर दी थी. उन्होंने बताया कि दुकान में मिले रसायन का इस्तेमाल ‘मेफेड्रोन' बनाने में होता है. दुकान में मिले कच्चे माल की कीमत स्थानीय बाजार में करीब 60 लाख रुपए है, जिससे 250 से 350 करोड़ रुपए के सिंथेटिक मादक पदार्थ बनाया जा सकता है.

दुकान मालिक को पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है

भोपाल के रापड़िया इलाके में स्थित दुकान मालिक विष्णु पाटीदार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 (लोक सेवक द्वारा जारी वैधानिक आदेश का पालन न करना) के तहत मामला दर्ज किया है. उस पर जमीन किराए पर देने या पट्टे पर देने के बारे में पुलिस को सूचित नहीं करने का आरोप है. पाटीदार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.

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