Guna News: मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. घर में छह साल से कमरे में बंधक बनी एक युवती को पुलिस और समाजसेवी संस्था ने छुड़ाया है. लड़की को उसके पिता और भाई ने ही बंधक बनाकर रखा था. लड़की की शारीरिक हालात खराब है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भूख-प्यास से पीड़ित युवती के कमरे में जब पुलिस पहुंची तो सबसे पहले उसने कहा, "भूख लगी है कुछ खाने को दे दो." पुलिस उसकी हालत देख हैरान रह गई. कमरे से बदबू आ रही थी और गंदगी के बीच हड्डियों के ढांचे की तरह लेटी हुई थी.
गरिमा (20) के पिता सरकारी शिक्षक हैं और मां का देहांत हो चुका है. बड़ा भाई बेरोजगार है. पिता और पुत्र दिनभर शराब के नशे में रहते हैं. एक बहन घर छोड़कर जा चुकी है. एक और बड़ा भाई है, वो भी घर छोड़कर चला गया है.
जिंदगी बना दी नर्क
गरिमा ने बताया कि उसके पिता और भाई ने मिलकर जिंदगी नर्क बना दी. शराब पीकर उसके साथ मारपीट करते हैं. खाने पीने नहीं देते हैं और पढ़ाई भी बंद करवा दी. युवती ने अपनी इस हालत पिता और भाई को जिम्मेदार ठहराया है.
काफी समय से चल रहा टीबी का इलाज
लड़की के पिता और भाई ने बताया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं रहती. इसलिए कमरे में बंद कर रखा था. काफी समय से टीबी का इलाज करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि संक्रमण न फैल जाए, इसलिए कमरे में बंद कर दिया था.
डॉक्टर गौरव तिवारी ने बताया कि गरिमा में टीबी के लक्षण हैं. उसे बीमार हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज जारी है.
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिंहा ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली थी कि लड़की को बंधक बनाकर रखा गया है. लड़की का नाम गरिमा है, जिसे मुक्त कराकर अस्पताल भेजा गया है.
ये भी पढ़ें- अब महुआ से बदलेगी किसानों की तस्वीर, जानें - कैसे जीवन होगा खुशहाल ?