धार जिले में बुधवार को किसानों का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा, जब सोयाबीन के दाम अचानक घटने से उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ा. उचित मूल्य की मांग को लेकर किसानों ने कृषि उपज मंडी से निकलकर छत्रीपुरा चौराहे पर चक्का जाम कर दिया. किसानों का आरोप है कि मंडी में कल तक सोयाबीन ₹4300 प्रति क्विंटल में खरीदी जा रही थी, लेकिन आज दाम घटाकर मात्र ₹3900 कर दिए गए. जबकि सरकार द्वारा भावांतर योजना के तहत न्यूनतम मूल्य ₹4300 तय किया गया है. किसानों का कहना है कि व्यापारी मनमाने तरीके से रेट घटाकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं.
घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार और पुलिस बल मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया. बताया जा रहा है कि आज कृषि उपज मंडी में करीब 1200 क्विंटल सोयाबीन की आवक हुई है.
किसानों का कहना है कि भावांतर योजना का लाभ केवल 35 से 40 प्रतिशत किसानों को ही मिल पा रहा है, जबकि लगभग 60 प्रतिशत किसान व्यापारी को अपनी उपज बेचने को मजबूर हैं, जहां उन्हें तय मूल्य नहीं मिल रहा। इससे किसानों में गहरी नाराजगी है.
किसानों ने बताया कि इस वर्ष अत्यधिक बारिश से फसल पहले ही प्रभावित हो चुकी है, ऊपर से अब बाजार में उचित दाम न मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई है. अगली फसल के लिए खाद और बीज खरीदने में भी उन्हें कठिनाई आ रही है.
करीब दो घंटे तक छत्रीपुरा चौराहे पर चक्का जाम जारी रहा। इस दौरान तहसीलदार और मंडी सचिव लगातार किसानों से संवाद करते रहे, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया था. किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उचित मूल्य की गारंटी नहीं दी गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.