MP Lok Sabha Elections 2024 News : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की भोपाल पुलिस (Bhopal Police) ने एक बेहद शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है. दरअसल, ये शातिर जालसाज आनलाईन माध्यम (Fake ID Proof Online) से फर्जी कागजात मुहैया करा कर कानून का मज़ाक बना रहा था. चुनावों से ठीक पहले अवैध तरीके लोगों के फर्ज़ी पहचान पत्र (Identity Card), वोटर कार्ड (Voter Card), आधार कार्ड (Aadhar Card) और पैन कार्ड (Pan Card) बनाने वाले इस शख्स पर 2 हफ्ते से पुलिस की नज़र थी. भोपाल पुलिस ने इसे बिहार (Bihar) के पूर्वी चम्पारण (East Champaran) से हिरासत में ले लिया है. मामले में हैरान करने वाली बात है कि इस शातिर जालसाज ने Youtube के ज़रिए फर्जी कागज़ बनाने सीखे और फिर नकली दस्तावेज बनाने का गोरखधंधा शुरू कर दिया. पुलिस ने चुनावों से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया और आन्तरिक सुरक्षा (Internal Security) को खतरे में डालने वाले शख्स पर शिकंजा कसा है. आइए आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि आखिरकार कैसे पुलिस ने इस आरोपी को गिरफ्तार किया?
पुलिस को कैसे मिली शिकायत ?
दरअसल, भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) की तरफ से सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों (Chief Electoral Officers) को शिकायत भेजी जा रही थी कि कोई अज्ञात फर्जी WEBSITE बनाकर उससे लोगों के अवैध DUPLICATE CARD तैयार करा रहा है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, भोपाल को भी इस बात की खबर मिली. 27 मार्च को राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल को भी मामले की इत्तिला दी गई. खबर मिलने के बाद राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय, भोपाल ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से FIR दर्ज की और छानबीन शुरू की. इसके बाद साइबर पुलिस ने तकनीकी मदद से तमाम सबूतों की निशानदेही पर मामले के मास्टरमाइंड आरोपी को बिहार से धर दबोचा.
कैसे बनाता था फर्जी कागजात ?
मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने एक ऐसी वेबसाइट बनाई हुई थी.. जिससे कोई भी शख्स बेहद ही आसानी से किसी का भी नाम, पता, सिग्नेचर, फोटो का इस्तेमाल करके नकली VOTER ID CARD, AADHAR CARD, PAN CARD बना सकता था...वो भी सिर्फ 20 रूपये में! इसके बाद 20 रूपये की पेमेंट के बाद कोई भी उस फर्जी Document को Access कर सकता था... और उसे अपने Original ID के रूप में इस्तेमाल कर सकता था. मामले में हैरान करने वाली बात है कि इस वेबसाइट पर बनाए गए नकली दस्तावेज हूबहू असली कागज़ात की कॉपी लगते थे. ऐसे में पहचान कर असली और नकली में भी पहचान कर पाना मुश्किल था. पुलिस ने अपनी छानबीन में बिहार के कई ज़िलों में गई... पुलिस ने बिहार के हरसिद्धि, मोतिहारी, पूर्वी चंपारण के कई लोगों से पूछताछ की. फिर आरोपी की पहचान पता करने के लिए तकनीकी टूल्स की मदद ली. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद सभी ऑनलाइन व ऑफलाइन किस्म के फर्जी खातों की पासबुक, ATM CARD, PAYTM QR CODE, SOURCE CODE आदि जमा कर लिए गए हैं.
Advisory
अपने किसी भी दस्तावेज जैसे कि VOTER ID CARD, AADHAR CARD, PAN CARD आदि को प्रिंट करने के लिए Official वेबसाइट का ही सहारा लें. किसी भी तरह की Fake/Unknown Website पर अपनी कोई भी Personal Detail न डालें. सरकारी विभाग की तरफ से जारी किए गए Process को ही फॉलो करें. साथ ही किसी भी Online Website/System/ Domain/ App के ज़रिए किसी भी तरह के Fake कागज़ न बनवाएं.
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