SSC GD कांस्टेबल परीक्षा में धरा गया मुन्नाभाई, 50 हजार में तय हुआ था सौदा, असली-नकली दोनों गिरफ्तार

Fake Candidate Caught: इंदौर रोड पर स्थित प्रशांति कॉलेज के एसएससी जीडी कांस्टेबल परीक्षा केंद्र में एक युवक असली अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने पहुंचा था, लेकिन ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने उसे पकड़ दिया. पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया तो सभी दंग रह गए.

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Fake Candidate Caught In SSC GD Exam

Fake Examinee: उज्जैन जिले में बुधवार को एसएससी जीडी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में फेक अभ्यर्थी पकड़ा गया है, जो असली अभ्यर्थी की जगह परीक्षा केंद्र में एग्जाम देने पहुंचा था. परीक्षा सेंट्रर में तैनात स्टॉफ कर्मियों ने मुन्नाभाई को पकड़कर एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया. मौके पर पहुंची पुलिस असलीृ-नकली दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. 

इंदौर रोड पर स्थित प्रशांति कॉलेज के एसएससी जीडी कांस्टेबल परीक्षा केंद्र में एक युवक असली अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने पहुंचा था, लेकिन ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने उसे पकड़ दिया. पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया तो सभी दंग रह गए.

दोनों मुन्ना भाईयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षा केंद्र पर दोनों मुन्ना भाईयों को पकड़ने के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार हुए दोनों मुन्नाभाईयों की शिनाख्त क्रमशः 24 वर्षीय रवि मंडलोई निवासी इंदौर और 28 वर्षीय धीरज तिवारी निवासी बालाघाट के रूप में हुई है.

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परीक्षा सेंटर से दबोचे गए मुन्नाभाई

परीक्षार्थी के फोटो और दस्तावेज दोनों नहीं हुए मैच 

मा्मले पर चिंतामण थाना प्रभारी ने बताया कि एसएससी जीडी कांस्टेबल परीक्षा के लिए प्रशांति कॉलेज को केंद्र बनाया गया था. स्टाफ ने परीक्षा के दौरान दस्तावेज चेक किया. इस जांच के दौरान युवकों पर स्टाफ को संदेह हुआ. जब फोटो और चेहरे बिल्कुल मैच नहीं हुआ, तो ड्यूटी स्टाफ ने मौके पर पहुंची पुलिस ने फर्जी परीक्षार्थी रवि मंडलोई को दबोच लिया.

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पकड़े गए फेक परीक्षार्थी रवि मंडलोई ने पूछताछ में खुलासा किया कि धीरज तिवारी नामक शख्स के साथ उसका 50 हजार रुपए में सौदा हुआ था और वह उसकी जगह परीक्षा देने आया था. दोनों की शिनाख्त क्रमशः रवि मंडलोई और धीरज तिवारी के रूप में हुई है.

सेंटर के बाहर खड़े असली अभ्यर्थी को भी पुलिस ने दबोचा

फेक परीक्षार्थी की निशानदेही पर उज्जैन पुलिस ने परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े असली अभ्यर्थी को दबोचने में कामयाब रही. जांच में पता चला कि दोनों पिछले 1 साल से संपर्क में थे. असली उम्मीदवार ने फर्जी परीक्षार्थी को एडवांस के तौर पर 5 हजार रुपए दिए थे. फिर बाकी के पैसे परीक्षा के बाद देने का वादा किया था.

पुलिस कांफ्रेंस में मुन्नाभाईयों के कारनामों का खुलासा करती पुलिस

धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में पुलिस ने से दर्ज किया 

उज्जैन पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं फेक  परीक्षार्थी किसी रैकेट से जुड़ा हुआ है. पुलिस ये पता लगाने की कोशिश करेगी कि यह रैकेट से जुड़ा मामला तो नहीं हैं.

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