ग्वालियर : एक तरफ निर्वाचन आयोग और प्रशासन तथा पुलिस आगामी विधानसभा चूनावों की तैयारी में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर शराब माफिया भी अपनी चुनावी तैयारियों में जुटे हैं. चुनाव आते ही शराब की खपत बहुत बढ़ जाती है और आचार संहिता लगते ही शराब बिक्री पर कड़ी निगरानी शुरू हो जाती है. इसलिए शराब बनाने वाले अभी से जंगलों में अवैध शराब बना रहे हैं और उसे स्टॉक करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. पुलिस ने ऐसे ही एक ठिकाने पर छापा मारा है, जहां शराब के जखीरे को जमीन के नीचे छुपाकर रखा गया था.
जब्त की गई शराब की कीमत 16 लाख रुपए से ज्यादा बताई गई है. आबकारी विभाग ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अवैध शराब के निर्माण, विक्रय और परिवहन के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत दो टीमों का गठन कर दो अलग-अलग ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की. विभाग ने तकरीबन 16 लाख रुपए की अवैध शराब बरामद कर उसे नष्ट कर दिया. आबकारी पुलिस ने पूरे मामले में दो ज्ञात सहित 9 प्रकरण दर्ज किए हैं और आरोपियों की तलाश की जा रही है.
दो ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी
आबकारी निरीक्षक मनीष द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि अवैध शराब निर्माण की सूचना पर आबकारी टीम के द्वारा डबरा के गुंझार, जतारा, ऊसर के कंजर डेरों और बंजारों के पुरा पर दबिश दी गई. तलाशी लेने पर 2300 लीटर हाथभट्टी मदिरा और लगभग 15000 किग्रा गुड़ लहान जब्त की गई. दूसरी टीम के द्वारा आंतरिक क्षेत्र के तिगरा पहाड़ी बरई कंजर डेरा, घाटीगांव गांव कंजर डेरा और जाटव मोहल्ला घाटीगांव में दबिश दी गई. इस कार्रवाई में 250 लीटर हाथभट्टी मदिरा तथा 6500 किग्रा गुड़ लाहन बरामद हुई.
अधिकारी ने बताया कि दोनों कार्रवाइयों में 16 लाख रुपए की अवैध शराब बरामद की गई. उक्त कार्रवाइयों में मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम की धारा 34 के तहत 09 प्रकरण पंजीबद्व किए गए हैं जिनमें दो ज्ञात प्रकरण में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.