Shahdol: छत्तीसगढ़ से आए हाथी ने मचाया उत्पात, खेत देखने गए युवक को कुचला, हुई मौत

Elephant's Terror in Shahdol: मध्य प्रदेश के शहडोल में छत्तीसगढ़ से आए एक हाथी ने आतंक मचा कर रखा है. इस हाथी ने गुरुवार को खेत देखने गए युवक को कुचल दिया. जिससे युवक की मौत हो गई. वहीं शुक्रवार को भी यह हाथी रिहायशी इलाकों में घूमते दिखा.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
यह हाथी रिहायशी इलाकों में घूमकर उत्पात मचा रहा है.

Elephant Crushed Young Man in Shahdol: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले (Shahdol) में छत्तीसगढ़ से आए एक हाथी ने आतंक मचा रखा है. जिले के दक्षिण वन मंडल में गुरुवार को इस हाथी (Elephant in Shahdol) ने केशवाही रेंज के बरगवां गांव में एक युवक को कुचल दिया थी, जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक सुरेश पाव अपने खेत जा रहा था, इसी दौरान यह घटना हुई. शुक्रवार को वही हाथी केशवाही से होते हुए जैतपुर रसमोहनी पहुंच गया और गांव में खेतों और बाड़ियों में नुकसान पहुंचाया. इलाके में हाथी के घूमने के चलते यहां के ग्रामीण दहशत में हैं. वहीं मौके पर वन विभाग (Forest Department), पुलिस और राजस्व के अधिकारी मौजूद हैं और लोगों को हाथी से दूर रहने की समझाइश दे रहे हैं. क्षेत्र के लोगों को जंगलों और खेतों में जाने से बचने के लिए भी कहा गया है.

आपको बता दें कि शहडोल जिले के केशवाही पुलिस चौकी अंतर्गत बरगवां में गुरुवार की सुबह हाथी ने बरगवां निवासी 20 वर्षीय सुरेश पाव पर हमला कर उसे कुचल दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. मौके पर पहुंची वन, राजस्व और पुलिस टीम ने शव को अपनी सुपुर्दगी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस घटना के बाद मृतक सुरेश पाव के परिजनों को वन विभाग द्वारा 10 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि भी दी गई. इसके साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद 8 लाख रुपये की सहायता राशि वन विभाग द्वारा दी जाएगी. वहीं प्रशासन एवं वन विभाग ने ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पक्के घर, छतों के ऊपर या बीच गांव में रहने की अपील की है.

Advertisement

वन विभाग मूवमेंट पर रख रहा नजर

इस मामले में शहडोल दक्षिण वन मंडल की DFO श्रद्धा पन्द्रे ने बताया कि ये हाथी अनूपपुर जिले की सीमा पारकर बुधवार को केशवाही में आया था. गुरुवार को इसने एक युवक को कुचल दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. वन विभाग द्वारा 10 हजार की तात्कालिक सहायता राशि मृतक के परिवारजनों को दी गयी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद विभाग के नियमानुसार 8 लाख की सहायता राशि दी जाएगी. DFO ने बताया कि जंगलों से सटे गांव और खेतों में जब हाथी आते हैं तो लोगों की आवाज या उन्हें भगाने से ये उत्तेजित हो जाते हैं. 

Advertisement

उन्होंने बताया कि वन विभाग हाथी के मूवमेंट पर लगातार निगरानी रख रहा है. पूरा वन अमला दिन-रात तैनात होकर दूर से हाथी के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है. वन विभाग की पेट्रोलिंग पार्टी जंगलों में गश्त कर रही है. अभी हाथी गांव से दूर जंगल में घूम रहा है. मुनादी कर लोगों से अपील भी की जा रही है कि वे हाथी के पास न जाएं.

Advertisement

छत्तीसगढ़ से सटे जंगलों से आते हैं हाथी

आपको बता दें कि शहडोल जिले में पिछले चार-पांच साल से लगातार ये हाथी आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ से सटे अनूपपुर से होते हुए हाथी शहडोल जिले के केशवाही रेंज के जंगलों तक पहुंचते हैं. जहां से ये रिहायशी इलाकों और गावों में आते हैं. ये हाथी जैतपुर ब्योहारी के जंगलों से सोन नदी पार कर बांधवगढ़ के जंगलों में अपना डेरा जमा लेते हैं. पिछले चार-पांच साल से हाथियों का इसी रास्ते मूवमेंट होता रहा है. रास्ते में पड़ने वाले गावों में हाथी उत्पात मचाते हैं.

ये भी पढ़ें - Barwani: तहसीलदार ने गरीब किसान को मारा थप्पड़, वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने की कार्रवाई

ये भी पढ़ें - Tikamgarh: बैडमिंटन खेलते समय जिला एवं सत्र न्यायाधीश को आया हार्ट अटैक, 42 साल की उम्र में हुई मौत