इंदौर में रिश्वतखोरी: 13 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया शिक्षा विभाग का अधिकारी

Indore Bribe Case: लोकायुक्त की टीम ने एक शिक्षा विभाग के अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. वह स्कूल की मान्यता बढ़ाने के मामले में रिश्वत मांग रहा था.

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Indore News: इंदौर लोकायुक्त (Indore Lokayukta) योगेश देशमुख के निर्देश पर टीम ने शिक्षा विभाग के एक अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि मंगलवार को सुबह आशुतोष सैनी ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की, जिसमें जानकारी दी गई कि वह रामकृष्ण परमहंस विद्यालय के संचालक हैं. उन्होंने स्कूल की मान्यता तीन साल बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग में आवेदन किया था, लेकिन इस आवेदन की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट के बदले विकासखंड स्त्रोत समन्वयक के अफसर माता प्रसाद गौड़ ने 20,000 रुपये की रिश्वत मांगी है.

शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने 18 हजार रुपये की मांग की और 5000 रुपये पहले ही ले लिए थे. आवेदक की शिकायत के आधार पर लोकायुक्त कार्यालय ने 25 मार्च को टीम गठित की. इसमें डीएसपी सुनील तालान, निरक्षक रेनू अग्रवाल, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे. इस दौरान टीम ने आरोपी को 13,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया.

आरोपी माता प्रसाद गौड़ के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है.

इंदौर होगा आवारा कुत्तों से मुक्त

वहीं, देश का पहला भिक्षावृत्ति मुक्त शहर बनने के बाद इंदौर को अब स्ट्रे डॉग्स (आवारा कुत्ते) मुक्त शहर बनाने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं. दरअसल, इंदौर शहर में तेजी से बढ़ते स्ट्रे डॉग्स के शिकार के मामलों के देखते हुए अगले 6 माह तक इंदौर जिला प्रशासने एक अभियान छेड़ने का फैसला किया है.

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