सेंट टेरेसा जमीन घोटाले मामले में ED ने की बड़ी कार्रवाई, 151 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को किया अस्थाई रूप से कुर्क

ईडी की टीम में करीब 15 अफसर, कर्मचारी शामिल बताए जा रहे हैं. शहर में दिन भर ईडी की टीमें अलग-अलग संपत्तियों की जानकारी जुटाने के लिए इधर-उधर घूमती दिखाई दी. कार्रवाई को लेकर ईडी के अफसरों ने जांच पूरी होने तक चर्चा करने से मना कर दिया. सीनियर ऑफिसर ने कहा है कि कार्रवाई की प्रेस रिलीज जारी की जाएगी. 

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ईडी ने की बड़ी कार्रवाई

Madhya Pradesh News: धार के बहुचर्चित सेंट टेरेसा जमीन घोटाले मामले में ED ने बडी कार्रवाई की है. ईडी ने मुख्य आरोपी सुदी रत्नाकर पीटर दास और अन्य 56 लोगों की अचल संपत्तियों और दो चल संपत्तियां को अस्थाई रूप से कुर्क किया है. जिनकी बाजार में कीमत 151 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है.

ED की और से ट्वीट करके इसकी जानकारी दी गई है. दरअसल मिशनरी को अस्पताल और चर्च के लिए जमीन दान दी गई थी, जबकि इसका गलत उपयोग किया गया था जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी, बाद में इस मामले में ED ने संज्ञान  लिया.

साल 2021 में हुआ था ये जमीन घोटाला

साल 2021 में चर्चा में आए 247 करोड़ के इस घोटाले को सेंट टेरेसा भूमि घोटाले के नाम से जाना जाता है. इस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय भी संपत्तियों की जांच में जुट गया है. गुरुवार तड़के ईडी की कई टीमें जिला मुख्यालय धार पहुंची थी. यहां पर उन्होंने जमीन घोटाले से जुड़े मुख्य आरोपियों में एक सुधीर जैन के व्यवसायिक प्रतिष्ठान और भाई के घर सहित अन्य संपत्तियों पर पहुंचकर जांच की थी.

ईडी की टीम में करीब 15 अफसर, कर्मचारी शामिल बताए जा रहे हैं. शहर में दिनभर ईडी की टीमें अलग-अलग संपत्तियों की जानकारी जुटाने के लिए इधर-उधर घूमती दिखाई दी. इस कार्रवाई को लेकर ईडी के अफसरों ने जांच पूरी होने तक चर्चा करने से मना कर दिया. सीनियर ऑफिसर ने कहा है कि कार्रवाई की प्रेस रिलीज जारी की जाएगी. 

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दो साल पहले ईडी ने स्वत: ही लिया था संज्ञान

जमीन घोटाला चर्चा में आने के बाद, इससे जुड़ी खबरें प्रकाशित होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने दो साल पहले इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया था. लंबे समय के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में कार्रवाई शुरू की है. हालांकि इस कार्रवाई की प्रक्रिया कुछ समय पहले शुरू हो गई थी. पुलिस की और से जमीन घोटाले का खुलासा करने में मुख्य भूमिका निभाने वाली पुलिस ऑफिसर डीएसपी यशस्वी शिंदे से ईडी के अधिकारी ने घोटाले के तकनीकी पहलुओं की जानकारी जुटाई थी. वर्तमान में पुलिस अधिकारी शिंदे मनासा में पोस्टेड है. 

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इस मामले में पुलिस ने चार मुख्य आरोपी बनाए थे

जमीन घोटाले में यूं तो पुलिस ने एक जैसी धाराओं में 4 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है. इसमें आरोपी अधिवक्ता का निधन हो चुका है. वहीं शेष दो आरोपी जमानत पर है. प्रकरण दर्ज होने के बाद से बीते दो साल से मामले के चौथे आरोपी सुधीर जैन और उनकी पत्नी आयुषी जैन भूमिगत हो चुके हैं. पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर इनाम भी घोषित किया हुआ है.

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