ED In Action: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा (Saurabh Sharma) और उसके सहयोगियों चेतन सिंह गौर , शरद जायसवाल को प्रवर्तन निदेशालय ( Enforecement Directorate) ने सेंट्रल जेल से गिरफ्तार किया है. जेल में बंद तीनों आरोपियों के खिलाफ विशेष न्यायाधीश ईडी संतोष कुमार कोल ने ईडी की याचिका पर प्रोडक्शन वारंट जारी कर केंद्रीय जेल के अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि वो आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश करें.
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सौरभ समेत तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेगी प्रवर्तन विभाग
रिपोर्ट के मुताबिक ईडी तीनों को आज भोपाल की विशेष अदालत में पेश करेगी और तीनों को फिर ईडी की तरफ़ से रिमांड पर लिया जा सकता है. आरटीओ विभाग में पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है, क्योंकि ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि सौरभ शर्मा के तार कई बड़े नेताओ से भी जुड़े हो सकते हैं.
धनकुबेर सौरभ शर्मा के फॉर्म हाउस से मिली थी अकूत संपत्ति
गौरतलब है कि 17 फरवरी तक तीनों को न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल भोपाल भेजे गए धनकुबेर सौरभ शर्मा की कार से ईडी को 52 किलोग्राम सोना और 10 करोड़ से अधिक की नकदी बरामद की थी. ईडी की जांच में विशेष तौर पर सौरभ शर्मा के भोपाल के फार्म हाऊस में मिली गोल्डन कार है.
तीन विभाग की टीमें कर रही हैं सौरभ शर्मा मामले कीं जांच
दरअसल, सौरभ शर्मा मामले कीं जांच तीन अलग-अलग विभाग की टीमें कर रही हैं. इनमें एक लोकायुक्त, दूसरी ईडी और तीसरी आयकर विभाग की टीम है. पिछली बार कोर्ट में पेश किए गए सौरभ शर्मा और उसके साथियों को अदालत ने 17 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था, जिसके बाद उन्हें सेंट्रल जेल में रखा गया है.
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