CM Mohan Yadav का काबुली चना ट्रेडर्स सम्मेलन में ऐलान, इस क्षेत्र में विकसित की जाएगी Metropolitan City

Mohan Yadav in Indore: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर में आयोजित एक खास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. यहां उन्होंने जिले के लिए बड़ा ऐलान किया.

Advertisement
Read Time: 2 mins
C

MP Metropolitan City: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) इंदौर में काबुली चना ट्रेडर्स एसोसिएशन (Kabuli Chana Traders Association) के पहले वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने कहा कि इंदौर (Indore) शिक्षा, चिकित्सा, अपने पुरातन वैभव, व्यापार और व्यवसाय के लिए जाना जाता है. दुनिया काबुली चना बोलती हैं पर वह इंदौरी चना हैं. हमारे यहां का चना दुनिया के 60 से अधिक देशों में एक्सपोर्ट किया जा रहा है, जो खुद में बहुत गर्व की बात है. हमारी सरकार की सोच है कि चने का बेहतर दाम मिले और इकॉनामी मजबूत हो.

चने की फसल के प्रोत्साहन के लिए काम कर रही सरकार-सीएम यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा, 'एसोसिएशन के माध्यम से काबुली चना स्टॉक लिमिट की समस्या हमारे सामने रखी गई, जिसका तत्काल निराकरण किया गया. किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है. गेहूं के मुकाबले चने की फसल में सिंचाई की कम जरूरत होती है और उत्पादन अधिक होता है. चने की फसल के प्रोत्साहन हेतु एमपी सरकार प्राथमिकता से काम कर रही है. काबुली चने की लिमिट हटने से किसानों एवं व्यापारी दोनों को लाभ होगा.'

Advertisement

ये भी पढ़ें :- Amit Shah का बड़ा दावा- 2026 तक नक्सलवाद हो जाएगा खत्म, कहा- हथियार नहीं छोड़ेंगे तो...

इन जिलों को मिलाकर बनेगा मेट्रोपॉलिटन सिटी

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर और उज्जैन अलग नहीं है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वाणिज्यिक और व्यापारिक दृष्टि से मध्यप्रदेश का भविष्य उज्ज्वल है. इंदौर, उज्जैन, देवास और धार ज़िले के कुछ हिस्सों को मिलाकर मेट्रोपॉलिटन सिटी का स्वरूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा कोयंबटूर और बेंगलुरु में आयोजित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से प्रदेश में निवेश के नए द्वार खुले हैं.' उन्होंने कहा कि प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग यूनिट की बहुत संभावनाएं है.

Advertisement

ये भी पढ़ें :- Krishna Janmashtami Special: 103 वर्ष पुराना है ग्वालियर का यह मंदिर, जहां राधा-कृष्ण का होता है 100 करोड़ के रत्नजड़ित गहनों से श्रृंगार

Advertisement
Topics mentioned in this article