Happy Diwali: टीकमगढ़ कलेक्टर की अनूठी पहल: गरीबों के बीच मनाई दीपावली, बांटी खुशियां

Diwali Celebration In Madhya Pradesh:टीकमगढ़ के कलेक्टर अबदेश कुमार शर्मा दिवाली के त्योहार पर अपने अनोखे कदम से लोगों का दिल जीत लिया है. खबर में विस्तार से पढ़ें कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या किया है, जिसकी जमकर तारीफ हो रही है.

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Diwali Celebration in Tikamgarh: टीकमगढ़ के कलेक्टर अबदेश कुमार शर्मा ने इस वर्ष दीपावली को बेहद खास बना दिया. दरअसल, कलेक्टर ने शहर के गरीबों के बीच जाकर उनके साथ दीपावली मनाई (Diwali Celebration), जिसमें मिठाई, पटाखे, दीपक, तेल और लक्ष्मी पूजन की संपूर्ण सामग्री भी बांटी गई. कलेक्टर के इस अनूठी पहल की जमकर प्रशंसा हो रही है. लोगों का कहना है कि 70 वर्षों में पहली बार किसी कलेक्टर ने इस तरह से गरीबों के साथ उत्सव मनाया है.

मिट्टी के दीपकों को बढ़ावा देने की अपील

दीपावली के अवसर पर कलेक्टर ने मिट्टी से बने स्वदेशी दीपकों को खरीदने के लिए लोगों से अपील की. उन्होंने स्थानीय कुम्हारों के बनाए दीपकों को खुद भी खरीदा और समाज के अन्य लोगों से भी इसे अपनाने का आग्रह किया. लोगों का कहना है कि कलेक्टर ने अपने इस कदम से स्थानीय कुम्हारों की मेहनत को सराहने के साथ ही उनकी आजीविका को भी एक नया प्रोत्साहन दिया है.

आदिवासी बस्ती में दीपावली का उत्सव

कलेक्टर ने एक कदम आगे बढ़ते हुए टीकमगढ़ की आदिवासी बस्ती में जाकर दीपावली का उत्सव मनाया. उन्होंने बस्ती के 200 से अधिक घरों में मिठाइयां, दीपक, तेल और पूजा का अन्य सामान वितरित किया. उनकी इस पहल से बस्ती के लोगों में एक नया उत्साह देखने को मिला. लोगों का कहना है कि कलेक्टर का यूं बस्ती में आना हमारे लिए किसी तोहफे से कम नहीं है. लिहाजा, उनकी इस संवेदनशीलता की सभी ने दिल से सराहना की.

स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का संकल्प

स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कलेक्टर ने न केवल खुद, बल्कि अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से भी मिट्टी के देशी दीपक खरीदवाए. इस दौरान उनके साथ एसडीएम संजय द्विवेदी, जिला पंचायत के सीईओ नवनीत धुर्वे सहित अन्य अधिकारी भी शामिल रहे. टीकमगढ़ कलेक्टर की इस पहल ने स्वदेशी उत्पादों और समाज के वंचित वर्गों के प्रति समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है.

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सोशल मीडिया पर मिला सराहना

कलेक्टर की इस नई पहल की सोशल मीडिया पर भी जमकर प्रशंसा हो रही है. एनडीटीवी की विशेष रिपोर्ट में कुम्हारों के दर्द और उनकी मेहनत को दिखाया गया था. इस दौरान कलेक्टर की इस संवेदनशीलता को खास तौर पर सराहा गया.

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