मुगल शासक 'औरंगजेब' के नाम से धार जिले में हुआ शौचालय का नामकरण, गर्माया मुद्दा

Campaign Against Aurangzeb: बॉलीवुड फिल्म छावा में मुगल शासक औरंगजेब द्वारा मराठा शिरोमणि शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज पर किए जुल्म को उकेरा गया था. अब तक 500 करोड़ से अधिक कमा चुकी फिल्म छावा का असर कहेंगे कि देश में औरंगजेब के  खिलाफ एक मुहिम सी शुरू हो गई है. 

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Mughal Badshah Aurganzeb named after toilet

Toilet Named After Aurangzeb: धार जिले में एक शौचालय का नामकरण मुगलकाल के सबसे क्रूरतम शासक के रूप में शुमार औरंगजेब के नाम पर करने से बवाल हो गया है. हिंदराज युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को नगरपालिका के शौचालय का नामकरण औरंगजेब के नाम से कर दिया और पोस्टर भी चिपकाए दिए. 

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बॉलीवुड फिल्म 'छावा' में मुगल शासक औरंगजेब द्वारा मराठा शिरोमणि शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज पर किए जुल्म को उकेरा गया था. अब तक 500 करोड़ से अधिक कमा चुकी फिल्म छावा का असर ही कहेंगे कि देश में औरंगजेब के खिलाफ एक मुहिम सी शुरू हो गई है. 

मुगल शासक औरंगज़ेब का शासनकाल 1658 से 1707 तक चला था

गौरतलब है मुगल शासक औरंगज़ेब का शासनकाल 1658 से 1707 तक चला था. मुगल साम्राज्य के छठे शासक औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को जेल कैदकर बादशाह बना था. आलमगीर के नाम से भी प्रचलित औरंगजेब इतना क्रूर था कि उसने बादशाह बनने के लिए अपने सभी भाईयों का कत्ल करवा दिया था. 

साम्राज्य विस्तार के लिए दक्षिण भारत में पहुंच गया था औरंगजेब

मुगल इतिहास के मुताबिक औरंगज़ेब के शासनकाल में मुगल साम्राज्य का सबसे बड़ा विस्तार हुआ था और दक्खन यानी दक्षिण में साम्राज्य विस्तार के लिए औरंगजेब दक्षिण भारत पहुंच गया था. यही कारण है कि लोगों में क्रूर शासक औरंगजेब को लेकर बहस छिड़ी हुई है और लोग औरंगजेब के खिलाफ अलग-अलग तरह से गुस्सा निकाल रहे हैं. 

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वर्तमान में औरंगजेब देश में राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ है. महाराष्ट्र विधानसभा के सदन में भी इसको लेकर चर्चा हुई तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी अलग ही अंदाज में नजर आए थे. देश के कई हिस्सों से भी औरंगजेब को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही हैं.

'ऐसे निर्दय और आतंकी का ऐसे ही स्थान पर नामकरण होना चाहिए'

युवा वर्ग भी क्रूर शासक औरंगजेब को लेकर मुखर हैं. उनका कहना है कि ऐसे निर्दय और आतंकी का ऐसे ही स्थान पर नामकरण होना चाहिए, यह हमारे वीर बलिदानियों महाराणा प्रताप, भगवान राम और कृष्ण का देश है. कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनका कहना है कि औरंगजेब का नाम आगे बढ़ाकर लोग अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं.

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