MP News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में धान उपार्जन (Paddy Procurement) और सरकारी धान मिलिंग (Government Dhan Mills) से जुड़ा बड़ा घोटाला सामने आया है. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने इस मामले में 8 जिलों की 38 समितियों और 145 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है. इस घोटाले में लाखों क्विंटल धान की हेराफेरी का खुलासा हुआ है, जिससे सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ.
धान खरीदी में घोटाले को लेकर हुई कार्रवाई
इन मिलों पर हुई बड़ी कार्रवाई
प्रदेशभर में सरकारी धान उपार्जन और मिलिंग में अनियमितताओं की शिकायतें लगातार सामने आ रही थी. इसको लेकर EOW ने वर्ष 2024-25 के उपार्जन सत्र में सिवनी जिले की शंकुतला देवी राइस मिल समेत कई राइस मिलों और समितियों की जांच शुरू की. जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जिनमें 50,000 क्विंटल धान की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ.
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दूसरे राज्यों में भेजा गया धान
इस पूरे धान घोटाले मामले में मध्य प्रदेश के आठ जिलों - बालाघाट, सतना, सीधी, मेहर, डिंडोरी, सागर, पन्ना और सिवनी की 38 समितियों के नाम सामने आए हैं. इन समितियों के माध्यम से खरीदा गया सरकारी धान हेराफेरी कर दूसरे राज्यों में भेज दिया गया था. मामले में ईओडब्लू आगे की कार्रवाई करेगी.
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