Navratri 1 st Day : आज से नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है और पहले दिन से ही देवी मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. खरगोन शहर के कुन्दा नदी के तट पर बने मां कालिका मंदिर में अलसुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिल रहा है, जो देर रात तक जारी रहेगा. मां कालिका का ये मंदिर बेहद पुराना है. इस मंदिर की प्राचीनता मान्यताओं के चलते यहां हर नवरात्रि में हजारों भक्तों का मेला लगा रहता है. भक्त यहां दूर-दूर से माता के दर्शन और पूजन के लिए आते हैं. मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से मां कालिका के सामने अपनी मनोकामना रखते हैं, माता उनकी हर इच्छा पूरी करती हैं.
हर मनोकामना होती है पूरी
मंदिर के प्रमुख पुजारी ने बताया कि नवरात्रि के दौरान हर दिन विशेष पूजा-अर्चना, हवन और मां कालिका के अलग-अलग रूपों का दर्शन किया जाएगा. भक्तों के अनुसार, नवरात्रि के ये नौ दिन मां की उपासना के लिए सबसे उत्तम माने जाते हैं और इस दौरान माता की कृपा से हर तरह की विपदा और कष्ट दूर हो जाते हैं. खरगोन का मां कालिका मंदिर इन पवित्र दिनों में आस्था और विश्वास का एक बड़ा केंद्र बना हुआ है, जहां भक्त अपनी श्रद्धा और विश्वास के साथ माता से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उमड़ रहे हैं.
तीन रूपों में मां देती है दर्शन
एक अनोखी मान्यता यह भी है कि मां कालिका प्रतिदिन तीन रूप धारण करती हैं – सुबह बाल्यावस्था, दोपहर में युवावस्था और रात में वृद्धावस्था के रूप में माता के दर्शन होते हैं. वैसे तो यहां 12 महीने भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि के ख़ास मौक़े पर माता रानी के दरबार में लोग चुनरी अर्पित करने के लिए आते हैं. शहर के आस-पास के इलाकों से भी भक्त मां के दरबार में आते हैं. मंदिर से जुड़ी यह भी मान्यता है कि माता रानी यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूर्ण करती है. जिसके चलते नवरात्रि के दौरान यहां का माहौल भक्ति और आस्था से परिपूर्ण रहता है.
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नौ दिनों तक भक्तिमय रहेगा माहौल
नवरात्रि के नौ दिनों तक यहां प्रतिदिन माता का आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा और मंदिर में कई तरह के धार्मिक आयोजन और अनुष्ठान भी पूरे होंगे. भक्तगण दिनभर माता के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं और मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए खास इंतजाम किए हैं.
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