अयोध्या से उपहार लेकर ग्वालियर लौटे श्रद्धालु, जनकपुरी में मनाया आनंद उत्सव

बीते दो दिनों से अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर में जश्न का माहौल है. पूरा देश रामलला की भक्ति में भगवामय हो चला है. हर तरफ मंदिरों और बाजारों में भीड़ है.इस मौके पर मंगलवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में श्रीराम मंदिर को अयोध्या, पाटनकर बाजार दक्षिण मुखी हनुमान जी को हनुमान गढ़ी और सनातन धर्म मंदिर को प्रभु राम की ससुराल जनकपुरी घोषित किया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
अयोध्या से उपहार लेकर ग्वालियर लौटे श्रद्धालु, जनकपुरी में मनाया आनंद उत्सव

बीते दो दिनों से अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर में जश्न का माहौल है. पूरा देश रामलला की भक्ति में भगवामय हो चला है. हर तरफ मंदिरों और बाजारों में भीड़ है. लोग अपने-अपने अंदाज में रामलला के भक्ति भाव को जाहिर कर रहे हैं. इस मौके पर मंगलवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में श्रीराम मंदिर को अयोध्या, पाटनकर बाजार दक्षिण मुखी हनुमान जी को हनुमान गढ़ी और सनातन धर्म मंदिर को प्रभु राम की ससुराल जनकपुरी घोषित किया गया है. बीत दिन हुए अभूतपूर्व यात्रा के आयोजन में भगवान श्रीराम के ससुराल जनकपुरी से उपहार भेजे गए थे.

आज राम जी के घर से जनकपुरी पहुंचे उपहार

कार्यक्रम के आयोजक और मध्य प्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स (President of MP Chamber of Commerce) के अध्यक्ष डॉ प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि सनातन परंपरा मे जब ससुराल से उपहार आते हैं तो उसके विदाई में भी उपहार भेजे जाते हैं. इसी क्रम में आज मंगलवार को अयोध्या भगवान श्रीराम के घर से उपहार आनंद यात्रा के माध्यम से ससुराल जनकपुरी सनातन धर्म मंदिर भेजे गए. यह यात्रा आज अयोध्या श्री राम मंदिर फालका बाजार से शाम 4.15 बजे शुरू होकर सबसे पहले हनुमान गढ़ी पहुंची. वहां जाकर भगवान हनुमान का आभार व्यक्त किया क्योंकि रामकाज बिना हनुमान जी के पूरा नहीं होता है.  इस आयोजन से पहले भगवान हनुमान से भव्यता और गरिमा से पूरी होने की प्रार्थना भी की थी. 

Advertisement

ये भी पढ़े: MP के मास्टर अवनीश तिवारी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित, CM मोहन ने दी बधाई

Advertisement

कल यात्रा में कई खास लोग हुए शामिल

कार्यक्रम पूर्ण भव्यता और गरिमा से पूरा हुआ. भक्तों ने हनुमान जी का आभार व्यक्त किया. फिर यह यात्रा जनकपुरी की ओर बढ़ गई. इसमें शामिल लोग ख़ुशी से नाचते गाते आतिशबाजी चलाते नजर आ थे.  इसके बाद जनकपुरी पहुंचकर अयोध्या से आए उपहार जनकपुरी को सौंपे गए और प्रभु श्रीराम और माता सीता की सुंदर तस्वीर भी भेंट की गई. उसके बाद चक्रधर भगवान श्री कृष्ण की आरती भी की गई. इस अवसर पर जनकपुरी के पदाधिकारी ने स्वागत किया. जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को जनकपुरी से निकलकर अयोध्या पहुंची यात्रा में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सामाजिक न्याय और उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी शामिल हुए थे जबकि देर रात आरती करने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचें थे.

Advertisement

यह भी पढ़ें :सुभाष चंद्र बोस जयंती: जबलपुर में आम लोगों के लिए खुले जेल के ताले, देखिए किस बैरक में सोते थे नेताजी

Topics mentioned in this article