Desi Jugaad: देसी जुगाड़ से रिटायर्ड आर्मी मैन ने दिखा दिया कमाल! बना दिया सेंसर वाला डिजिटल ताला

Desi Jugaad News: मध्य प्रदेश के सागर में एक रिटायर्ड आर्मी मैन ने देसी जुगाड़ (Desi Jugaad) से कमाल करके दिखाया है. इस ताले को बनाने में एक माह का समय लगा है. कम लागत में इतना शानदार ताला बनाकर आर्मी मैंन ने लोगों को सरप्राइज दे दिया है.

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सागर में रिटायर्ड आर्मी मैन ने कम दाम में बनाया सेंसर वाला डिजिटल ताला.

Madhya Pradesh News: देसी जुगाड़ (Desi Jugaad) से बनें ताले से सुरक्षा व्यवस्था और भी पैनी होगी. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) में एक रिटायर्ड आर्मी मैन (Retired Army Man) ने देसी जुगाड़ से सेंसर वाला डिजिटल ताला (Digital Tala) बनाकर तैयार किया है.

इतनी है, ताले की लागत

आज के डिजिटल युग में ताला मोबाइल फोन से कनेक्ट रहेगा. इस ताले को कम खर्च में तैयार किया है. जिससे कम खर्चे में कोई भी व्यक्ति आसानी से अपने घर ऑफिस या दुकान में खरीद कर लगवा सकता है. डिजिटल ताले की वजह से चोरी की घटनाओ में लगाम लगेगी. क्योंकि सेंसर वाला ये ताला टच करने पर ही अपना काम शुरू कर देगा. एक महीने की मेहनत और देसी जुगाड़ से इसे बनाया गया है. तीन हजार रुपये की लागत से ये डिजिटल ताला बना है.

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 जुगाड़ से कम दाम में बनाया डिजिटल ताला

मुकेश के मन में विचार आया कि सेंसर वाला डिजिटल ताला तैयार किया जाए.

सागर के सिद्धगुवा गांव के मुकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इलेक्ट्रिकल से आईटीआई की थी. वो रिटायर्ड आर्मी मैंन भी है, सागर जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार ताले-तोड़कर चोरी होने की घटनाएं आमने आ रही हैं, तो मुकेश के मन में विचार आया कि सेंसर वाला डिजिटल ताला तैयार किया जाए. मुकेश ने एक महीने की कड़ी मेहनत और जुगाड़ से इस ताले को तैयार कर लिया.

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ताले को छूते ही शुरू हो जाएगी रिकॉर्डिंग

इस ताले में यह खासियत है अगर कोई इस ताले को छूएगा, तो तुरंत सायरन बजने लगेगा. मोबाइल फोन पर भी अलार्म के साथ ताले को छूने वाले व्यक्ति की फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी होना शुरू हो जाएगी. इन चीजों को ध्यान में रखकर सबसे पहले मुकेश कुमार ने मोटे स्टील का खोकला ताला तैयार करवाया. इसके अंदर सेंसर, कैमरा और मोबाइल की डिवाइस फिट की, जिसे बनाने में करीब एक महीने का समय लगा.

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दो किलो है वजन

ताले का वजन 2 किलो है.

इसमें करीब तीन हजार की लागत आई है. ताले का वजन 2 किलो है. ताले में एक सायरन और एक कैमरा भी लगा हुआ है. ताले में कोई भी शख्स जैसे ही चाबी लगाएगा तो ताले में लगा सायरन बजने लगेगा. आपके मोबाइल पर कॉल भी आ जाएगा.साथी ही कैमरा ऑन हो जाएगा. रिकॉर्डिंग होने लगेगी. जिसमें चाबी लगाने या तोड़ने का प्रयास करने पर बहुत तेज सायरन बजेगा.जिस मोहल्ले के लोगों को पता चल जाएगा,सेंसर एक्टिव होगा. आपका फोन पर कॉल करेगी जो आपको चोरी की घटना से अलर्ट कर देगा. इससे सचेत होकर आप ऐसी घटनाओं को रोक सकते हैं. यह डिजिटल ताला वाई-फाई से कनेक्ट रहेगा.

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घर पर ही तैयार कर लिया ताला

रिटायर्ड आर्मी मैन मुकेश ने जुगाड़ से घर पर ही एक महीने की मेहनत में इस ताले को तैयार किया है. इस ताले को बनाने में उन्हें बाहर से कई चीजों को जुटाना पड़ा. सबसे बड़ी बात यह है कि उनका मकसद यह था कि कम से कम खर्चे में इस ताले को तैयार किया जा सके. जिससे आम आदमी इसे खरीद सके. इसलिए उन्होंने कई चीज जो काम में नहीं आती उनका उपयोग करके इस ताले को तैयार किया.आसपास के लोग अपने गांव के रहने वाले मुकेश की काफी तारीफ कर रहे हैं.

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