MP Honey Trap: भेल के डीजीएम को ठेकेदार ने पहले होटल में परोसी लड़की, फिर वीडियो बनाकर ऐसे ऐंठने लगा रुपये

भोपाल में भेल के एक उप महाप्रबंधक (डीजीएम) हनी ट्रैप का शिकार हो गए हैं. भेल अधिकारी ने दो किस्तों में 2.5 लाख रुपये ट्रांसफर किए और बाकी रकम चुकाने के लिए कुछ और समय मांगा. इस बीच भेल अधिकारी ने आखिरकार आरोपी के खिलाफ स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और बुधवार को उन्हें पूरी कहानी बताई.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Honey Trap Racket: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के एक उप महाप्रबंधक (DGM) हनी ट्रैप का (Honey Trap) शिकार हो गए हैं. पुलिस (MP Police) ने बुधवार को यह जानकारी दी. भोपाल के साकेत नगर (Saket nagar) में रहने वाले भेल अधिकारी ने पुलिस को बताया कि 14 अगस्त को एक पार्टी के दौरान शशांक वर्मा नामक एक ठेकेदार के माध्यम से उनका परिचय दो महिलाओं से हुआ था. दो दिन बाद उनमें से एक महिला ने भेल अधिकारी से होटल के कमरे में मुलाकात की.

वर्मा ने भेल अधिकारी के नंबर पर उसका अश्लील वीडियो भेजा. तब भेल अधिकारी को पता चला कि ठेकेदार ने होटल के कमरे में महिला के साथ उसकी मुलाकात को रिकॉर्ड कर लिया है.पुलिस ने बताया कि वर्मा ने भेल अधिकारी को धमकी दी कि वह 25 लाख रुपये दे नहीं तो उसका अश्लील वीडियो ऑनलाइन कर दिया जाएगा.

भेल के अधिकारी ने ट्रांसफर किए इतने पैसे

भेल अधिकारी ने दो किस्तों में 2.5 लाख रुपये ट्रांसफर किए और बाकी रकम चुकाने के लिए कुछ और समय मांगा. हालांकि, वर्मा जो भेल अधिकारियों को जानता था, उस पर जल्द पैसे चुकाने का दबाव बनाता रहा. जब अधिकारी ने वर्मा के कॉल और मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया, तो उसे एक अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच विभाग का पुलिस अधिकारी बताया. उसने भेल के डीजीएम को सलाह दी कि वह वर्मा की मांग मान ले, नहीं तो उस पर बलात्कार का आरोप लगाया जाएगा.

Advertisement

ऐसे खुला मामला

भेल अधिकारी ने आखिरकार वर्मा के खिलाफ स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और बुधवार को उन्हें पूरी कहानी बताई. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रद्धा तिवारी ने कहा कि भेल अधिकारी से शिकायत मिलने के बाद, एफआईआर में नामजद दो महिलाओं सहित आरोपियों की तलाश के लिए टीमें बनाई गई है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- कृषि मंत्री ने किसानों को दिया 750 करोड़ रुपये का तोहफा, जानें- क्या है एग्रीश्योर फंड में खास

Advertisement

पूरे मामले को लेकर डीसीपी ने कहा कि हमने शशांक वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की है. हम उस व्यक्ति की भी तलाश कर रहे हैं जिसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और शिकायतकर्ता से पैसे मांगे. जांच अभी जारी है.

ये भी पढ़ें- सतना में मंत्री के सामने प्रशासन और पीड़ित में तनातनी, कलेक्टर बोले- घर नापो इसका

Topics mentioned in this article