बड़ा खुलासा: Gwalior के Dengue पीड़ितों में 40% से ज्यादा 17 साल से कम उम्र के बच्चे, शिक्षा विभाग ने स्कूलों को दिया गाइडलाइन 

Dengue in Gwalior: शहर से सामने आए डेंगू के मामलों को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है. यहां कुल 753 डेंगू के मरीजों में से 40% 17 साल से कम उम्र के बच्चे हैं. मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को जरूरी गाइ़डलाइन जारी की गई है.

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Dengue Update: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) में बढ़ते डेंगू के प्रकोप से वैसे तो सभी परेशान हैं, लेकिन इससे सबसे ज्यादा चिंतित शिक्षा विभाग है. क्योंकि इस बार डेंगू सबसे ज्यादा बच्चों को ही अपना शिकार बना रहा है... जिले में एक 11 साल के बच्चे की मौत के बाद शिक्षा विभाग (Educational Department) ने बड़ा फैसला लिया है. सभी स्कूलों के लिए डेंगू से बच्चों को बचाने के लिए एक स्पेशल एडवाइजरी जारी की है और एक खास ड्रेसकोड भी तय किया गया है. इस एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अगर बच्चे के पास ड्रेस के कपड़े न हों, तो उसे उस तरह के सामान्य कपड़े पहनकर आने की इजाजत दें, ताकि डेंगू के मच्छर के काटने से उन्हें बचाया जाए. 

प्रशासन ने लिया मामले का संज्ञान

कलेक्टर ने जारी किया आदेश 

ग्वालियर डीसीपी राकेश तोमर ने बताया कि लगातार सामने आ रहे डेंगू के मरीजों में बच्चों की बड़ी संख्या सामने आई है. इस मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर एक खास बैठक ली है. स्कूल जाने वाले बच्चों को डेंगू के डंक से बचाने के लिए सभी स्कूल संचालकों और सरकारी स्कूलों के प्रधान अध्यापकों को एक गाइडलाइन भेजकर स्पष्ट निर्देश दिए गए. इसमें कहा गया कि बच्चों को पूरी अस्तीन की शर्ट और फुल पैंट और जूतों के साथ स्कूल बुलाना सुनिश्चित करें. इस गाइडलाइन में ये भी निर्देशित किया गया कि जिन बच्चों पर स्कूल की फुल ड्रेस नहीं है, उनसे कहा जाए कि वे घर में पहने वाले फुल स्लीव शर्ट पेंट पहनकर ही आएं.

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स्कूलों को जारी किया गया गाइडलाइन

कलेक्टर द्वारा जारी गाइडलाइन में स्कूल परिसर में जमा पानी को हटाने, मच्छर विरोधी दवा का छिड़काव कराने और बच्चों को इससे बचाव के लिए जागरूक करने के प्रयास करें. इसमें ये भी बताया गया कि वे घरों में भी अभिभावकों को जागरूक कर सकें.

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एक्शन में आई प्रशासन

नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव का कहना है कि एक बच्चे की डेंगू से मौत होने के बाद नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और मलेरिया विभाग के लोगों की संयुक्त टीमें गंदगी हटाने, फॉगिंग करने, आदि के लिए और ज्यादा संख्या में सक्रिय हुई है. बता दें कि ग्वालियर में बीते साल की तुलना में इस साल डेंगू ज्यादा घातक ढंग से पैर पसार रहा है. शनिवार को तीन साल के एक बच्चे सहित 55 नए मरीज मिले. बीते एक सप्ताह में एक बच्चे सहित चार मरीजों की मौत हो चुकी है. जिले में जनवरी से अब तक डेंगू के 753 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 531 पेशेंट तो सितंबर माह में ही मिले हैं. चिंता और चौंकाने वाला आंकड़ा ये है कि इनमें से 333 मरीज 17 साल से कम उम्र के बच्चे हैं.

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