MP में डेंगू के डंक के बाद हरकत में आई सरकार, इतने हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं सामने

Dengue Disease In MP: मध्य प्रदेश में डेंगू के डंक से सरकार हरकत में आ गई. अब तक प्रदेश में डेंगू से छह मरीज दम तोड़ चुके हैं. वहीं, तीन हजार से अधिक मामले सामने आए हैं.

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MP News In Hindi: मध्य प्रदेश में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है. प्रदेश में अगस्त में जहां 550 मामले सामने आए तो सितंबर के पहले सप्ताह में ही 1 हजार मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को परेशान कर दिया है.डेंगू के डंक से इंदौर,ग्वालियर और रीवा - सबसे ज्यादा परेशान हैं. अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में लंबी कतारें हैं, मरीज-तीमारदार डेंगू जांच रिपोर्ट के लिये लाइन में लगे हैं.

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर

इंदौर डेंगू के बढ़ते मामलों में भी नंबर वन है.

प्रभाकर तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (भोपाल) ने बताया की डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है.हर जिले में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं. मच्छरदानी में मरीज को रखा जा रहा है. आठ शहरों की सरकारी रिपोर्ट बताती है, स्वच्छता में नंबर वन रहने वाला इंदौर डेंगू के बढ़ते मामलों में भी नंबर वन है. जनवरी से अभी तक प्रदेश भर में 3 हजार से ज्यादा मामले डेंगू के सामने आ चुके हैं. इंदौर और रीवा में इस अवधि तक पिछले साल की अपेक्षा तीन गुना अधिक मामले सामने आए.

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रैपिड किट से ही जांच हो रही 

शहरों में डेंगू की जांच के लिए केंद्र बनाए गए.

वहीं, नरेंद्र शिवाजी पटेल, (स्वस्थ राज्य मंत्री) ने कहा- 65 से ज्यादा शहरों में डेंगू की जांच के लिए केंद्र बनाए गए हैं,सभी जिलों में एलाइजा जांच की सुविधा है. हालांकि, डेंगू के मरीजों के असल आंकड़े पर कुछ सवाल हैं. क्योंकि उधर सरकार रैपिड किट जांच को सही नहीं मानती है न ही उन्हें डेंगू संक्रमितों की श्रेणी में रखा जाता है. वहीं, बड़े पैमाने पर निजी अस्पतालों में रैपिड किट से ही जांच हो रही है.

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