राम वन गमन पथ न्यास बैठक : अयोध्या की तर्ज पर होगा चित्रकूट का विकास, विद्वानों से लिया जाएगा परामर्श

Ram Van Gaman Path: बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अयोध्या की तरह ही चित्रकूट का विकास करके इसे भगवान राम के जीवन से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि विद्वानों के परामर्श से राम वन गमन पथ के प्रमुख स्थलों का विकास किया जाएगा.

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राम वन गमन पथ न्यास की पहली बैठक सतना के चित्रकूट में हुई.

Ram Van Gaman Path Trust Meeting: चित्रकूट के ग्रामोदय विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित राम वन गमन पथ न्यास की पहली बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने चित्रकूट सहित राम वन गमन पथ मार्ग (Ram Van Gaman Path) के सभी प्रमुख स्थलों के विकास पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि चित्रकूट (Chitrakoot) का विकास अयोध्या (Ayodhya) की तर्ज पर किया जाएगा. इसके लिए पूरी कार्य योजना बनाकर उसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. इसमें इन्फ्रास्ट्रक्टर डेवलपमेंट के साथ-साथ धार्मिक चेतना, आध्यात्मिक विकास और राम कथा से जुड़े आयामों को भी शामिल किया जाएगा.

विद्वानों के परामर्श से होगा पथ का विकास

बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अयोध्या की तरह ही चित्रकूट का विकास करके इसे भगवान राम के जीवन से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि विद्वानों के परामर्श से राम वन गमन पथ के प्रमुख स्थलों का विकास किया जाएगा. इसके साथ ही सीएम मोहन यादव ने चित्रकूट के दीवाली मेले, अमावस्या मेले में रामकथा, राम के जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी एवं राम वन पथ गमन से जुड़ी जानकारियां प्रदर्शित कराने और  इनका प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए.

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पर्यटन के विकास पर दिया जोर

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि भगवान कामतानाथ के परिक्रमा पथ का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने जिला पर्यटन संवर्धन परिषद को सक्रिय कर चित्रकूट में पर्यटन गतिविधियां को बढ़ावा देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अमावस्या मेले को पर्यटन कैलेंडर में शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही सीएम यादव ने राम वन पथ गमन से जुड़े निर्माण कार्यों में लोक चेतना को शामिल करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राम वन पथ गमन के प्रमुख स्थलों में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम वन पथ गमन मार्ग में मोटर साइकिल रैली जैसे आयोजन करके इससे आम जनता को जोड़ने का काम करें. 

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1450 किमी का होगा राम वन पथ गमन मार्ग

बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के मंदिरों की पुस्तक का विमोचन किया. इसमें 155 प्रमुख मंदिरों के फोटो और 6800 राम मंदिरों की जानकारी है. इस बैठक में धर्मस्व तथा संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने राम वन पथ गमन के लिए तैयार की गई कार्य योजना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में राम वन पथ गमन मार्ग में 1450 किलोमीटर की दूरी शामिल है. इसमें 23 प्रमुख धार्मिक स्थल हैं. जिनमें सतना, पन्ना, कटनी, अमरकंटक, शहडोल, उमरिया आदि स्थल शामिल हैं.

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