Madhya Pradesh Crime News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर रेलवे स्टेशन (Gwalior Railway Station) पर आरपीएफ (RPF) यानी Railway Protection Force जवानों के साथ पहुंचे बच्चे ने पहले तो किडनैपिंग की झूठी कहानी सुनाई लेकिन उसके बाद जब पुलिस की जांच (Police Investigation) में कहानी की सच्चाई सामने तो सब चौंक गए. दरअसल ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर मिले एक किशोर द्वारा जब प्रारंभिक तौर पर बताया गया है कि उसको किडनैप (Kidnap) किया गया है तो इस बयान से पुलिस में हड़कंप मच गया. लेकिन पुलिस ने जब बच्चे से घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की तब पूरी सच्चाई सुनकर उनकी जान में जान आयी. फिर पुलिस अफसरों ने यूपी के इटावा में रहने वाले परिजनों को सूचना देकर बुलवाया जो बच्चे के गायब होने से चिंतित और परेशान थे. पुलिस को तो अपनी पूछताछ में पता चल गया कि किडनैप की यह कहानी झूठी है. लेकिन आखिर क्या वजह रही कि बच्चे ने ऐसी कहानी बुनी? आइए जानते हैं...
ये है मामला
15-16 साल का एक लड़का ग्वालियर रेलवे स्टेशन के बाहर ड्यूटी दे रहे आरपीएफ के जवानों के पास पहुंचा और बोला अंकल कुछ लोगों ने मेरा अपहरण किया था. यह बात सुनते ही पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया और उसके बाद छात्र को लेकर पुलिसकर्मी पड़ाव थाना (Police Station) पहुंचे. अपहरण की बात सुनकर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया लेकिन जब इस घटना की जांच के लिए पुलिस ने CCTV कैमरे खंगाले तो पूरी कहानी फर्जी निकली. पुलिस ने जब छात्र से प्यार से पूछा तो वह पिघल गया. पुलिस ने उससे पूरी घटना की जानकारी विस्तार से ली.
पुलिस का क्या कहना है?
इस मामले के जांच अधिकारी पड़ाव थाना के सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) संतोष भदौरिया ने बताया कि आरपीएफ के माध्यम से 15 वर्षीय छात्र थाने पहुंचा था, उसने बताया कि मेरा किडनैप हो गया है, लेकिन जब उससे पूछताछ की गई और आसपास के CCTV कैमरों के फुटेज चेक किये गए तो सच्चाई सामने आ गई. फिर बच्चे ने बताया कि उसका दसवीं का पेपर खराब हो गया है, इस कारण वह भाग कर यहां पर आया है. पुलिस ने तत्काल छात्र के परिजनों को इटावा सूचना दी उसके बाद परिजन यहां आकर बच्चों को ले गए हैं. मामले का खुलासा होते ही पुलिस ने राहत की सांस ली और उसके परिजनों को सूचना दी.
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