खुलने लगी छतरपुर के 'अली ब्रदर्स' की क्राइम कुंडली, पीड़ितों ने कहा- अतीक अहमद जैसा था आतंक

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के कोतवाली में हुई पत्थरबाजी केस के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली के संबंध में अब नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं या यूं कह लीजिए कि उसकी क्राइम कुंडली खुल रही है. नई जानकारी के मुताबिक हाजी शहजाद अली ने अपने तीन भाइयों के साथ मिलकर एक पूरा नेक्सस तैयार किया था. इसी के बूते वो लोगों की जमीन हथिया लेता था.

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Chhatarpur Stone Pelting News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) जिले के कोतवाली में हुई पत्थरबाजी केस (Stone pelting Case) के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली (Haji Shahzad Ali) के संबंध में अब नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं या यूं कह लीजिए कि उसकी क्राइम कुंडली खुल रही है. नई जानकारी के मुताबिक हाजी शहजाद अली ने अपने तीन भाइयों के साथ मिलकर एक पूरा नेक्सस तैयार किया था. इसी के बूते वो लोगों की जमीन हथिया लेता था. इसके अलावा उसका भाई फैय्याज अली (Fayyaz Ali) घोषित अपराधी है. आरोप है कि शहजाद अली की शह पर ही उसके भाई फैय्याज अली ने हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट और जमीनों पर जबरन कब्जा करने जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दिया है. शहजाद अली की जिस 10 करोड़ी हवेली पर बुलडोजर चला है वो भी एक कुशवाहा परिवार की जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है. अब इस परिवार ने जिले के एसपी अगम जैन (SP Agam Jain) के पास आवेदन देकर अपनी जमीन वापस दिलाने की गुहार लगाई है. इसी तरह के कुछ और चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं. इस रिपोर्ट में जान लेते हैं शहजाद अली की पूरी क्राइम कुंडली. ये भी जानेंगे कि आखिर एक ठेले पर कपड़े बेचने वाला शख्स कैसे करोड़पति बन गया. 

कुशवाहा परिवार की जमीन पर हवेली?

सबसे पहले बात कुशवाहा परिवार की. कुशवाहा परिवार की जमीन को हथियाने के मकसद से शहजाद ने अपने भाइयों को इनके पास भेजा था. आरोप है कि इन लोगों ने इस परिवार को बुरी तरह धमकाया. कुशवाहा परिवार का कहना है कि उनके द्वारा लगातार दवाब बनाए जाने के बाद उनके परिवार ने उस जमीन को छोड़ दिया और दूसरी जगह रहने लगे. उनका कहना है कि शहजाद अली के खिलाफ शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब इस परिवार ने ओरछा थाने में मामला दर्ज कराकर अपनी जमीन वापस दिलाने की गुहार लगाई है. 

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डेढ़ करोड़ की जमीन 2 लाख में लेने की चाल

ऐसा ही दूसरा मामला छतरपुर की चौबे कॉलोनी इलाके में रहने वाले दीनदयाल असाटी परिवार का भी है. दीनदयाल रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं. उनका आरोप है कि उन्होंने साल 2008 में अपनी पत्नी कल्पना के नाम से नया रोड पर रिलायंस पेट्रोल पंप के पास 2800 वर्ग फीट का प्लॉट खरीदा था. इस जमीन पर उन्होंने बाउंड्री वॉल भी बनवाई थी. लेकिन साल 2010 में शहजाद अली के भाई फैय्याज अली और उसके गुर्गे आए और उस बाउंड्री वाल पर अपना ताला लगा दिया. फैय्याज ने फर्जी कागज बनाकर उस जमीन को अपना बता दिया. बाद में ये मामला कोर्ट में गया जहां असाटी परिवार ने केस जीत लिया. हालांकि इसके बावजूद अब तक असाटी परिवार को ये जमीन वापस नहीं मिली है. दीन दयाल असाटी बताते हैं कि उनकी जमीन की अनुमानित कीमत डेढ़ करोड़ रुपये हैं लेकिन फैय्याज अली इसके लिए उन्हें महज 2 लाख रुपये दे रहा था. असाटी ने कहा कि इलाके में शहजाद और फैयाज का आतंक वैसा ही है जैसा किसी जमाने में यूपी में अतीक अहमद का हुआ करता था. 

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ठेले पर करता था कारोबार अब करोड़पति

दीनदयाल ही बताते हैं कि आज से 20-25 साल पहले शहजाद अली और उसके भाई ठेले पर पुराने कपड़े का कारोबार करते थे. खुद फैय्याज अली ऑटो चलाता था. लेकिन शहजाद परिवार तब से अमीर होता गया जब उन पर जैन साइकिल वाले के मर्डर का आरोप लगा. ये हत्या साल 1998 में हुई थी. इस मामले में इस अपराध के लिए वह 2 साल 2 महीने जेल में भी रहा. हालांकि इसके बाद कोर्ट ने उसे बरी कर दिया छा. जेल से छूटने के बाद वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने लगा. इलाके में दबंग की छवि बनी और फिर पूरा परिवार उगाही करने लगा. बहरहाल अब छतरपुर पुलिस के पास कई आवेदन आ रहे हैं जिसमें लोग अपनी जमीन वापस दिलाने की गुहार लगा रहे हैं. उनमें अब उम्मीद जग रही है कि उनकी जमीन उन्हें वापस मिल जाएगी. 
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