जनजाति कल्याण विभाग में करोड़ों की वित्तीय अनियमितता ऐसे हुई उजागर, उमरिया कलेक्टर ने बैठा दी जांच

Misuse Of Government Funds : सरकारी राशि पर बड़े पैमाने पर हेराफेरी की जा रही थी. अब मामले की पोल खुल गई है. भोपाल से टीम आई थी, इस मामले पर टीम ने उमरिया डीएम को जानकारी दी. डीएम ने जांच बैठा दी.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Umaria :  मध्य प्रदेश जनजाति कल्याण कार्य विभाग के फंड में बड़ी लापरवाही सामने आई है. उमरिया में सरकारी राशि का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किए जानें का मामला उजागर हो गया. अभी जांच चल रही है. भोपाल से आई टीम को वित्तीय अनियमितताओं की भनक लगी थी. दरअसल, मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले से एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ, जहां जनजाति कल्याण कार्य विभाग के विकासखंड पाली में 2 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि की अनियमितता सामने आई है. इस मामले की जांच जारी है. 

25 संदिग्ध खातों का जिक्र 

यह पूरा मामला पाली विकासखंड में शासकीय राशि के अनियमितता का मामला सामने आया है. भोपाल से पहुंची टीम ने संदिग्ध खातों की जानकारी जिला प्रशासन को सौंपी थी. कलेक्टर ने पूरे मामले के लिए जांच दल गठित की. इस पूरे मामले में तकरीबन 25 संदिग्ध खातों का जिक्र किया गया, जिसमें राशि डाली गई. घपले का खुलासा तब हुआ, जब आहरण आयुक्त कोश और लेखा के द्वारा कलेक्टर उमरिया को पत्र सौंपा गया.

Advertisement

ये भी पढ़ें- अगर आप गर्मी में बीयर पीने के हैं शौकीन तो हो जाएं सावधान, यहां बीयर की बोतलों में गंदे पानी भरकर हो रही है सप्लाई

Advertisement

एक्शन के लिए जांच रिपोर्ट का इंतजार 

कलेक्टर ने पत्र के आधार पर जांच दल का गठन कर पूरे मामले की जांच शुरू करा दी. वहीं, जांच अधिकारी एसडीएम पाली अंबिकेश प्रताप सिंह ने बताया कि आयुक्त कोष एवं लेखा से प्राप्त वित्तीय अनियमितता की शिकायत की जांच की जा रही है. सभी दस्तावेजों का परीक्षण किया रहा है. जांच उपरांत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

Advertisement

ये भी पढ़ें- चलती ट्रेन में किन्नरों की बर्बरता की इंतहा, युवक को उतारा 'मौत के घाट', वीडियो सामने आने पर मचा बवाल

Topics mentioned in this article