संविदा कर्मियों ने नियमितीकरण के नए नियमों का किया विरोध, कहा-45 की उम्र में पढ़ाई करना मुश्किल

New Rules of Regularization: संविदा कर्मचारियों ने नियमितीकरण के नए नियमों का विरोध करते हुए कहा कि अब हमारी पढ़ने की उम्र नहीं रही. कर्मचारियों ने हम 15-20 साल से काम कर रहे हैं, अब 40-45 की उम्र में पढ़ाई करना मुश्किल होगा.

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Contract Workers Opposed New Rules of Regularization: मध्य प्रदेश के संविदा कर्मचारियों (Contract Workers) ने नियमितीकरण के नए नियमों का विरोध किया है. संविदा कर्मचारियों ने कहा कि नियमितीकरण के नए नियमों (New Rules of Regularization) के तहत हमें एग्जाम में 50 प्रतिशत अंक पाने होंगे, जबकि अब हमारी पढ़ने की उम्र नहीं रही. कर्मचारियों ने हम 15-20 साल से काम कर रहे हैं, अब 40-45 की उम्र में पढ़ाई करना मुश्किल होगा. बता दें कि आज ही सरकार (MP Government) ने नियमितीकरण के नए नियम लागू किए हैं. जिसके तहत संविदा कर्मचारियों को परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है.

संविदा कर्मचारी संगठन के लोकेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार की पिछली नीति में संविदा कर्मचारियों के लिए 50% आरक्षण की बात कही गई थी, लेकिन नए नियमों में कहीं भी इसका जिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि नए नियमों का हम विरोध करते हैं. इसमें संशोधन किया जाए नहीं तो सड़कों पर भी इसका विरोध होगा. श्रीवास्तव ने आगे कहा, अब हमारे बच्चे दसवीं और बारहवीं के एग्जाम दे रहे हैं. अब क्या इस उम्र में आकर हम भी एग्जाम दें? और 15-20 साल की नौकरी में इस तरह से नियमितीकरण का इंतजार करें.

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कर्मचारियों के सपोर्ट में आई कांग्रेस

संविदा कर्मचारियों के सपोर्ट में कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि ये सरकार नहीं सर्कस चल रहा है. संविदा कर्मचारियों के साथ सरकार खिलवाड़ करने में लगी हुई है. पहले उनको वादे किए गए और अब उन्हीं वादों से मुकरा जा रहा है. अब क्या 40-50 साल की उम्र में जो सरकार को सेवाएं दे रहे थे, वे अब परीक्षा देंगे. इतने वर्षों तक सेवाएं देने का फायदा क्या हुआ? जब आखिर में उनकी परीक्षा ही ली जा रही है. सरकार को इसको लेकर सोचना चाहिए.

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क्या हैं नए नियम?

बता दें कि सरकार ने आज ही संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए नए नियम जारी किए हैं. जिसके मुताबिक नियमितीकरण के लिए संविदा कर्मियों को 300 अंकों का एग्जाम देना होगा. एग्जाम में 50 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर ही संविदा कर्मियों को नियुक्ति दी जाएगी. इसके साथ ही सीधी भर्ती में संविदा कर्मियों के लिए 20% पद आरक्षित रखे जाएंगे. इस एग्जाम में SC और ST वर्ग उम्मीदवारों को 10% अंकों की छूट दी जाएगी, उन्हें नियमितीकरण के लिए एग्जाम में सिर्फ 40 प्रतिशत अंक ही लाने होंगे. इसके साथ ही बताया गया कि यदि संविदा कर्मचारी के पूरे पद 50 प्रतिशत अंक लाने वाले संविदा कर्मियों से नहीं भरे जा सके, तो बाकी बचे पदों में 50 प्रतिशत से कम अंक वालों को नियुक्ति नहीं दी जाएगी.

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