Digvijay Singh News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) में मिली करारी शिकस्त के बाद अब कांग्रेस (Congress) लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस कोशिश कर रही है कि विधानसभा चुनाव के खराब परिणाम से बाहर निकलकर लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम हासिल करने की दिशा में काम किया जाए. इसके चलते प्रत्याशी चयन का दौर शुरू हो गया है. इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी चल रही हैं. चर्चा है कि कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ा सकती है जिनमें कमलनाथ (Kamalnath), दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh), अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी और जीतू पटवारी भी शामिल हैं.
राजगढ़ पहुंचे दिग्विजय सिंह से जब मीडिया ने लोकसभा चुनाव लड़ने का सवाल किया तो दिग्विजय सिंह ने साफ कर दिया कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं लड़ेंगे यह पार्टी तय करेगी. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 24 जनवरी को राजगढ़ जिले के खिलचीपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. साथ ही मंडल और सेक्टर के अध्यक्ष की भी बैठक ली.
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'अभी मेरे पास सवा दो साल हैं'
उसके बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान जब मीडिया ने दिग्विजय सिंह से लोकसभा चुनाव लड़ने का सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मेरे लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रश्न इसलिए नहीं आता क्योंकि मैं राज्यसभा का सदस्य हूं और अभी मेरे पास सवा दो साल हैं. वहीं जब उनसे पूछा गया कि राजगढ़ से लोकसभा चुनाव कौन लड़ेगा तो दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह पार्टी तय करेगी. मालूम हो कि 2020 में मध्य प्रदेश की तीन राज्य सभा सीटों के लिए चुनाव हुआ था, जिसमें पहली प्राथमिकता पर दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच खींचतान हुई थी.
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2026 में पूरा होगा दिग्विजय सिंह का कार्यकाल
दोनों ही नेता पहली प्राथमिकता पर चुनाव लड़ना चाहते थे क्योंकि दूसरे नंबर की प्राथमिकता पर चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के पास दो वोट कम थे इसलिए दोनों नेताओं में से कोई भी दूसरे नंबर पर चुनाव नहीं लड़ना चाहता था. जब दिग्विजय सिंह को पहली प्राथमिकता पर राज्यसभा का चुनाव लड़वाया गया तो उसके बाद से ही सिंधिया ने कांग्रेस से दूरी बना ली और उसके कुछ दिन बाद ही वह भाजपा में शामिल हो गए. दिग्विजय सिंह का 2026 में कार्यकाल पूरा होना है.