CM मोहन यादव आज देश के पहले क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्‍म विलेज का करेंगे लोकार्पण, सिंधिया भी रहेंगे मौजूद

चंदेरी साडि‍यां दुनिया भर में प्रसिद्व हैं, यह साड़ियां  खटका के द्वारा हाथ से कपास एवं रेशम से बनाई जाती हैं. खटका एक स्व-निर्मित साड़ी तैयार करने की मशीन है. चंदेरी के लोगों का मुख्य व्यवसाय हस्तकला है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Craft Handloom Tourism Village Pranpur: चंदेरी (Chanderi) देश और दुनिया में अपनी साड़ियों एवं हथकरघा के रूप में विख्यात है. चंदेरी साड़ियों के लिये प्रसिद्ध चंदेरी शहर अब क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्‍म विलेज के जरिये भी देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाएगा. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) आज बुधवार 6 मार्च को दोपहर 3 बजे अशोकनगर के प्राणपुर में देश के पहले क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्‍म विलेज का लोकार्पण करेंगे. इस लोकार्पण समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister of Civil Aviation & Steel Jyotiraditya Scindia), केंद्रीय वस्त्र राज्य मंत्री एवं केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश और संस्कृति,पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे.

7.45 करोड़ रुपये में डेवलप किया गया है क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्‍म विलेज

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति (Principal Secretary Tourism and Culture) तथा प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड (Managing Director Tourism Board) शिव शेखर शुक्ला (Sheo Shekhar Shukla) ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग (Tourism Department) द्वारा हस्तशिल्प उत्पादों की गुणवत्ता का विकास, उत्पादों को बाजारोन्मुखी बनाना, कारीगरों को कौशल विकास, उन्नत तकनीकी का प्रशिक्षण, आधुनिक वितरण का प्रदाय तथा उत्पादों की विणपन सहायता उपलब्ध कराया जा रहा है.

Advertisement
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की पहल पर वस्‍त्र मंत्रालय, भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 7 करोड़ 45 लाख रूपये की लागत से अशोक नगर के प्राणपुर-चन्‍देरी में क्राफ्ट हेण्‍डलूम टूरिज्‍म विलेज का विकास किया गया है. चंदेरी साडि‍यां दुनिया भर में प्रसिद्व हैं, यह साड़ियां  खटका के द्वारा हाथ से कपास एवं रेशम से बनाई जाती हैं. खटका एक स्व-निर्मित साड़ी तैयार करने की मशीन है. चंदेरी के लोगों का मुख्य व्यवसाय  हस्तकला है.

मध्यप्रदेश का हैंडलूम दुनिया भर में है मशहूर

मध्यप्रदेश में हाथकरघा वस्त्र बुनाई की एक समृद्ध परम्परा है. एमपी की चंदेरी एवं महेश्वरी साड़ियां एवं वारासिवनी (बालाघाट), सौंसर (छिन्दवाड़ा), पढ़ाना-सारंगपुर (राजगढ़) के हाथकरघा वस्त्र अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं. वस्त्रों की छपाई में बाग की ब्लाक-प्रिंट तथा भैरोगढ़ की बटिक-प्रिंट तारापुर के नांदना प्रिंट आदि प्रमुख हैं. पिछले कई वर्षों से व्यवसायिक वस्त्र उत्पादन प्रमुख रूप से चंदेरी, महेश्वर, इन्दौर, उज्जैन, सीहोर, वारासिवनी, सौंसर में किया जाता रहा है तथा सीहोर, इन्दौर, ग्वालियर, मंदसौर, सारंगपुर, सौंसर आदि में शासकीय उत्पादन किया जाता रहा है.

Advertisement

यह भी पढ़ें : भारत में तेंदुओं की स्थिति पर रिपोर्ट जारी, सबसे ज्यादा आबादी के साथ मध्यप्रदेश बना तेंदुआ स्टेट

Advertisement