मध्य प्रदेश से लापता अर्चना तिवारी भारत-नेपाल बॉर्डर पर मिली, GRP को 13 दिन बाद सफलता लगी हाथ

Archana Tiwari Missing Case: रक्षाबंधन पर घर जाते समय लापता हुई अर्चना तिवारी को भोपाल रेल पुलिस ने बरामद कर लिया है. वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में मिली है.

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Missing Archana Tiwari Found: 13 दिन से लापता अर्चना तिवारी को जीआरपी ने बरामद कर लिया है. वह भारत-नेपाल सीमा (Indo-Nepal Border) पर लखीमपुर जिले (उत्तर प्रदेश) में मिली है. भोपाल के रानी कमलापति जीआरपी थाने को कई दिनों के बाद सफलता हाथ लगी है. अब उसे भोपाल लाया जा रहा है, जहां उससे पूछताछ की जाएगी. फिर सच्चाई सामने आ पाएगी कि अर्चना वहां क्यों और कैसे पहुंची?

बयान दर्ज कर होगी आगे की कार्यवाही

राहुल कुमार लोढ़ा (एसआरपी भोपाल) ने बताया कि 7-8 अगस्त की रात इंदौर-बिलासपुर-नर्मदापुरम एक्सप्रेस के D3 कोच से अर्चना तिवारी लापता हो गई थी. इस बारे में रानी कमलापति जीआरपी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी. तभी से पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. उसको मध्य प्रदेश के जंगलों और आसपास के राज्यों में भी तलाश किया जा रहा था. खोजबीन में सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए थे. मंगलवार को जीआरपी ने उसे लखीमपुर से बरामद किया है और वह भोपाल लाई जा रही है. यहां उसके बयान दर्ज किए जाएंगे और फिर आगे की कार्यवाही की जाएगी.

खुद मां को बताई लोकेशन

सूत्रों की मानें तो अर्चना ने अपनी मां से मोबाइल पर बात की और उसने अपनी लोकेशन बताई थी, जिसके बाद जीआरपी की टीम वहां पहुंच गई. इसकी पुष्टि अर्चना के परिजनों ने एनडीटीवी से की है.

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कॉन्स्टेबल से अर्चना का क्या है रिश्ता?

सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी इंदौर से कटनी के लिए ट्रेन से रवाना हुई थी, रहस्यमयी ढंग से लापता हो गई. उसकी तलाशी के दौरान ही उसका ग्वालियर कनेक्शन सामने आया है. साथ ही अहम सुराग भी हाथ लगे हैं. अर्चना ग्वालियर में तैनात एक कॉन्स्टेबल राम तोमर के संपर्क में थी, जिसके बाद 19 अगस्त को जीआरपी की टीम ने उससे पूछताछ की. हालांकि दोनों का क्या रिश्ता है, इसका अभी पता नहीं चला है. अब पूछताछ के बाद ही पूरी जानकारी सामने आएगी.

ट्रेन में मिला था अर्चना का सामान

अर्चना 7 अगस्त को हॉस्टल से घर के लिए कटनी जिले को निकली थी. उसने इंदौर-बिलासपुर-नर्मदापुरम ट्रेन ली और डी-3 कोच में बैठी. ट्रेन 8 अगस्त को तो सुबह कटनी पहुंच गई, लेकिन अर्चना कहीं गायब हो गई थी. इसके बाद परिवारवालों ने अर्चना की खोजबीन शुरू की. इस दौरान अर्चना का बैग ट्रेन की बर्थ पर मिला. फिर परिजनों ने रानी कमलापति GRP थाने में मामला दर्ज करवाया.

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