Khandwa: आज भगवान गणेश की स्थापना का दिन है. ऐसे में रिद्धि-सिद्धि के दाता घर घर विराजेंगे. वहीं, जहां बाजार में भगवान गणेश की प्रतिमाओं को घर लाने के लिए भीड़ लगी हुई है. तो दूसरी ओर खंडवा के विधिक सेवा केंद्र (Legal Services Center) में बाल संप्रेषण से भी अनोखी खबर सुनने में आई है. मालूम हो कि यहां पर बच्चों ने अपने हाथों से भगवान गणेश की सुंदर-सुंदर प्रतिमा बनाई है. जिसके बाद यहां पर मिट्टी से बनाई गई गणेश भगवान की मूर्तियों की प्रदर्शनी लगाई है. इस प्रदर्शनी के साथ-साथ संप्रेषण गृह के बच्चों के अंदर छुपी हुई कला का प्रदर्शन भी किया जा रहा है.
अपने हाथों से बनाई भगवान गणेश की प्रतिमा
बताते चलें कि इन बच्चों ने लगभग 45 दिन की ट्रेनिंग के बाद यह मूर्तियां तैयार की है. जिन्हें इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोग खरीद कर अपने घर में स्थापित कर रहे हैं. खंडवा के 12 बाल अपचारियों ने डेढ़ महीने की ट्रेनिंग के बाद मिट्टी से भगवान गणेश की प्रतिमाएं बनाई है. इन प्रतिमाओं का प्रदर्शन खंडवा के कोर्ट परिसर में बने विधिक सेवा केंद्र में किया जा रहा है. यह प्रतिमाएं पूरी तरह से इको फ्रेंडली है. इनमें इस्तेमाल किया गया कलर भी प्राकृतिक बताया जा रहा है. जिससे कि इसके विसर्जन के बाद प्रकृति को किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचेगा.
लोग कर रहे प्रतिमाओं की खरीदारी
इन बाल अपचारियों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए इन गणेश प्रतिमाओं को तैयार किया है. वहीं बाल संप्रेषण गृह की टीचर ने बताया कि संप्रेषण गृह में रह रहे बच्चे जाने अनजाने कोई न कोई अपराध कर बैठते हैं. जिसके चलते उन्हें यहां आना पड़ता है लेकिन उन बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए और उनमें छुपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसी को लेकर आज यहां प्रदर्शन किया जा रहा है. लोग इस प्रदर्शनी से गणेश प्रतिमाओं को खरीद कर अपने घर स्थापित करने के लिए ले भी जा रहे हैं.
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