ये है फ्रेंडली पुलिस: रीवा के थाने में गूंज रही बच्चों की आवाज, खेल-कूद के साथ बच्चे पढ़ रहे ABCD

Rewa Ahamiya Police Station: रीवा के अमहिया थाने के थानेदार शिवा अग्रवाल ने एक अनोखी पहल की है, जिसमें वे आसपास के बच्चों को सप्ताह में एक दिन थाने बुलाकर उन्हें शिक्षित कर रहे हैं. इस पहल के तहत बच्चों को पढ़ने और खेलने के लिए सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.

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Madhya Pradesh Hindi News: रीवा के अमहिया थाने के थानेदार शिवा अग्रवाल ने अनोखी पहल की है. आसपास के बच्चों को सप्ताह में एक दिन थाने बुलाकर उनको शिक्षित करा रहे हैं. साथ ही उनकी रुचि के अनुसार, उनके खेलने और  पढ़ने का इंतजाम भी करा रहे हैं. उनकी मदद के लिए थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मी और आसपास के रहने वाले शिक्षक भी आगे आ रहे हैं.

4 हफ्ते में ही बच्चे भी अब फर्राटे से इंग्लिश बोलने लगे हैं. अपने पूरे परिवार का परिचय अंग्रेजी में देने लगे हैं.

पिछले थाने में 300 पेड़ लगवाए

अमहिया थाने के थानेदार शिवा अग्रवाल ने कहा कि इससे पहले जब वो गोविंदगढ़ में थे तो उन्होंने थाना परिसर में लगभग 300 पेड़ लगवा दिए थे. वह अब पूरी तरीके से तैयार हो गए हैं. रीवा पहुंचने के बाद उन्होंने थाने के अंदर ही आंगन के परिसर को साफ करवाया और आसपास रहने वाले कमजोर तबके के बच्चों को एक-एक करके थाने में बुलवाना प्रारंभ किया.

थाना परिसर आने लगे बच्चे

शुरू में बच्चे डरे, लेकिन धीरे-धीरे बच्चे थाना परिसर के अंदर आने लगे. जहां उन्हें खेलने के लिए सामान मिल रहा है, खाने के लिए चॉकलेट मिल रही हैं. वहीं, स्कूल में मिलने वाले होमवर्क को भी कराया जा रहा है. इसी के साथ उनको बेहतर तरीके से अपना परिचय देने के बारे में भी ट्रेंड किया जा रहा है.

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अमहिया थाने के पुलिसकर्मी और शिक्षक मानते हैं कि ऐसा करने से बच्चों में अनुशासन तो आएगा ही, बच्चे पुलिस से डरेंगे नहीं. वह पढ़ाई करेंगे और मनपसंद खेल खेलेंगे. आज मिलने वाली ट्रेनिंग उनका कल बनाने में काम आएगी. बच्चे भी पुलिस कर्मियों की बात ध्यान से सुन और समझ रहे हैं.

आने-जाने वालों का अभिवादन भी कर रहे है. वहीं, बच्चों के माता-पिता भी बच्चों के मुंह से अंग्रेजी में अपना और अपने परिवार का परिचय सुनकर बेहद प्रसन्न नजर दिख रहे हैं.

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