Shivpuri News Today: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी (Shivpuri) जिले के बदरवास क्षेत्र से 9वीं क्लास की छात्रा ने अपनी ही किडनैपिंग (Kidnapping) की कहानी रच दी. दरअसल, बदरवास थाना (Badarwas Police Station) क्षेत्र में एक कुएं के पास एक गांव में एक स्कूल बैग पड़ा मिला. स्कूल बैग के पड़े होने से लोगों को शक हुआ कि यहां से कोई छात्र या छात्रा गायब है. इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने जब बैग खोला, तो आंखें फटी की फटी रह गई. वहीं, इसकी जानकारी मिलने के बाद परिवार के सदस्यों के हाथ पैर फूल गए. दरअसल, स्कूल बैग में एक चिट्ठी मिली, जिसमें लिखा था कि हमने तुम्हारी लड़की को अगवा कर लिया है.
अगर लड़की को ढूंढने की कोशिश की, तो तुम्हारे बेटे को भी अगवा कर लेंगे. पुलिस ने बरामद हुए स्कूल बैग की तलाशी अच्छे से ली, तो पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे. इसके बाद पुलिस गुना पहुंची, जहां से उसने 9वीं क्लास की नाबालिग छात्रा को न सिर्फ दस्तियाब किया, बल्कि उसके साथ इस पूरी साजिश में शामिल उसके हम उम्र दोस्त 9वीं कक्षा के ही एक छात्र को भी पकड़ लिया. फिर दोनों ने जो कुछ बताया, उसने सेल्फ किडनैपिंग की चौका देने वाली कहानी को जगजाहिर कर दिया. जानकार इसे समाज के लिए बड़े खतरे की घंटी मान रहे हैं.
सोशल साइट्स पर हुई मुलाकात
कक्षा 9वीं क्लास की नाबालिग छात्रा की मुलाकात उसके ही हम उम्र लगभग 9वीं कक्षा में ही पढ़ने वाले एक छात्र के साथ सोशल साइट पर हुई. लड़का नजदीक के गुना जिले के रहने वाले हैं. छात्र के रिश्तेदार लड़की के गांव में ही कहीं रहते थे. लिहाजा, छात्र वहां पहुंचा और दोनों की मुलाकात हुई. कुछ दिनों बाद छात्र वापस गुना चला गया, लेकिन सोशल साइट पर उनकी बातचीत बनी रही. इसके बाद इन दोनों ने भी अपने पढ़ने-लिखने की उम्र में घर से भाग जाने की योजना बनाई. इसके बाद दोनों ने मिलकर पुलिस और परिवार को गुमराह कर घर से भागने में कामयाब हो गए, लेकिन ये दोनों पुलिस की तत्परता और साइबर युग में ज्यादा दूर नहीं जा सके और पकड़े गए.
एक दिन पहले घर से निकली थी छात्रा
ये भी पढ़ेंः एनसीएल के भ्रष्ट अफसरों और सप्लायर के घर पर CBI ने दी दबिश, छापे में मिला इतने करोड़ रुपये का जखीरा !
स्कूल बैग से पुलिस को ये मिला था अहम सुराग
कुएं के पास से बरामद हुए स्कूल बैग को पुलिस ने बारीकी से चेक किया, तो उसमें नोटबुक भी देखी. पन्ने पलटे तो नोटबुक में एक नंबर पुलिस की निगाह में आया. मोबाइल नंबर देखा, तो ये न परिवार का था और न किसी रिश्तेदार का. इसके बाद पुलिस को शक हुआ तो नंबर की ट्रैकिंग की गई. पुलिस ने जांच की तो पता चला कि दोनों ही नाबालिग घर से गायब हैं. इसके बाद पुलिस छात्र-छात्रा तक पहुंच गई. दोनों को पुलिस ने पास के ही के जिले गुना से ढूंढ निकाला. पुलिस ने दोनों से जब पूछताछ की, तो दोनों ने कहा कि हमें दूसरे को पसंद करने लगे थे और घर से भाग जाना चाहते थे. इसलिए हमने यह साजिश रची थी. परिवार वालों के मना करने पर पुलिस ने किसी तरह का मामला रिकॉर्ड दर्ज नहीं किया. वहीं, 14 साल की नाबालिग लड़की को परिवार वालों के हवाले कर दिया.
ये भी पढ़ेंः पिता के खिलाफ थाने पहुंचा पांच वर्षीय मासूम, बोला पुलिस वाले अंकल पापा करते हैं... थाने में बंद करो