Dhar Chinese Manjha: मध्य प्रदेश में 14 जनवरी को दिनभर आसमान में चाइनीज डोर (Chinese Manjha) के साथ पतंगें उड़ती रहीं और प्रशासन इससे अनजान रहा. वहीं जनता भी चाइनीज डोर के दुष्परिणामों को जानते हुए भी परिवार के साथ पतंगबाजी में मशगूल रही. दिन ढलते-ढलते वही हुआ जिसका डर था और एक बुरी खबर आ गई. शाम को धार (Dhar) जिले में एक 6 साल के मासूम बालक कनिष्क चौहान की चाइनीज डोर की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई.
बच्चे की मौत के बाद प्रशासन के साथ-साथ जनता भी सड़कों पर आ गई. मृतक के परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने सोमवार को हटवाड़ा में चक्का जाम कर दिया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रशासन से चाइनीज डोर को पूरी तरह प्रतिबंधित करने और मृतक के परिजन को 10 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की. एसडीएम रोशनी पाटीदार ने चक्काजाम स्थल पर पहुंचकर लोगों से चर्चा कर चक्काजाम खुलवाया.
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एक्शन में आया प्रशासन
इधर प्रशासन ने भी शहर में सुबह से ही पतंग की 9 दुकानों पर चाइनीज डोर को लेकर सर्चिंग की. हटवाड़ा स्थित मुरली पतंग भंडार, पट्ठा चौपाटी पर सुभाष पतंग भंडार और सांवरिया पतंग भंडार से कुछ मात्रा में चाइनीज डोर जब्त कर तीनों दुकानदारों के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की गई.
लोगों ने पतंग जलाकर किया बहिष्कार
मासूम कनिष्क की मौत के बाद जनता में भी चाइनीज डोर को लेकर रोष देखा जा रहा है. सोमवार को कुछ लोगों ने चाइनीज डोर से भरी चकरी और पतंगों को जलाकर भविष्य में चाइनीज डोर के बहिष्कार की घोषणा की. वहीं कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह भी मृतक के निवास स्थान पहुंचे, जहां शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी.
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नेता प्रतिपक्ष ने उठाई जांच की मांग
मामले में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने जांच की मांग की है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर लिखा, 'धार जिले में पतंग के धागे से हुई बच्चे की मौत की खबर दुखद है. प्रदेश में चाइनीज डोरे के संबंध में प्रतिबंधित आदेश जारी होने के बावजूद भी यह बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहा है, जिसके चलते धार में एक बच्चे को अपनी जान देनी पड़ी. सरकार तत्काल मामले की उचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे और मृतक बच्चे के परिवार को तत्काल सहायता राशि प्रदान करें.'