Cough Syrup Death in Chhindwada: मध्य प्रदेश में जहरीली कफ सिरप बच्चों के लिए अभी भी काल बनी हुई है. छिंदवाड़ा जिले में मंगलवार को दो और बच्चों की मौत हो गई है, जिनका नागपुर (महाराष्ट्र) के अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहरीली कफ सिरप कोल्ड्रिफ (Coldriff) से मरने वाले बच्चों की संख्या अब 19 पहुंच गई है, जिसमें छिंदवाड़ा जिले के 17 (पांढुर्णा में 1) और बैतूल जिले के दो बच्चे शामिल हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जिन बच्चों की किडनी इस जहरीले सिरप से प्रभावित हुई है, उनके इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी. सीएम ने कहा कि दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
नागपुर में जारी बच्चों का इलाज
नागपुर के कई अस्पतालों में प्रभावित बच्चों का इलाज चल रहा है, जिनमें सरकारी मेडिकल कॉलेज, एम्स अस्पताल, कलर्स हॉस्पिटल, न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल और गेटवेल हॉस्पिटल शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल से लगातार इन बच्चों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट ली जा रही है और जिला प्रशासन परिवारों से सतत संपर्क बनाए हुए है. छिंदवाड़ा के 7 और बैतूल के 2 बच्चे नागपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं.
मध्य प्रदेश में लग चुका है सिरप पर प्रतिबंध
मध्य प्रदेश सरकार ने छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत के बाद राज्य में कोल्ड्रिफ सिरप पर प्रतिबंध लगा दिया है. बता दें कि तमिलनाडु स्थित शासकीय विश्लेषक की रिपोर्ट में कोल्ड्रिफ सिरप में 48.6 प्रतिशत डायथलीन ग्लाइकोल (जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है) पाए जाने पर इसे अवमानक घोषित किया गया है.
छिंदवाड़ा में इन बच्चों ने गंवाई जान
- शिवम राठौड़
- विधि
- अदनान खान
- उसेद खान
- ऋषिका पिपरे
- श्रेया यादव
- विकास यदुवंशी
- हितांश सोनी
- चंचलेश
- संध्या भोसम
- योगिता ठाकरे
- सेहरिश अली
- सत्य पवार
- धानी डहेरिया
- वेदांत काकोड़िया
- जायुषा यदुवंशी
- पूर्वी आदमची (पांढुरना में)
बैतूल
- कबीर यादव
- गर्मीत धुर्वे
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