MP में दलित परिवार को घसीटकर थाना में लाई पुलिस, बचाओ-बचाओ चीखता रहा पूरा परिवार, BJP नेताओं पर भी लगे गंभीर आरोप

MP News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में दलित परिवार के सदस्यों को घसीटकर थाने लाकर बंद करने और मारपीट करने के गंभीर आरोप पुलिस पर लगे हैं. इस मामले में छतरपुर विधायक और भाजपा के कुछ लोगों पर भी आरोप लगे हैं.

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Madhya Pradesh News: छतरपुर में दो थानों की पुलिस पर दलित परिवार के महिला-पुरुष  को घसीट कर थाने लेकर लाने और  मेन गेट का ताला लगाकर इनके साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप लगे हैं. इसके पीछे भाजपा नेता मणिकांत चौरसिया, धीरज गुप्ता और अमित अवस्थी सहित भाजपा की विधायक का नाम सामने आया. पूरा मामला जिले के ओरछा रोड थाना क्षेत्र में शनिवार की देर रात का है. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को गलत बताया है. 

यह है मामला

छतरपुर झांसी से खजुराहो फोर लाइन पर सौरा गांव के रहने वाले रामलाल अहिरवार के बेटा बबलू, बहु और नाती मिलकर कोमल रामलाल की मारपीट कर प्रताड़ित करते थे. उसे खुद की जमीन देखने के लिए नहीं  जाने देते थे. रामलाल ने बेटा, बहु और नाती की प्रताड़ना से तंग आकर जमीन इको प्रो वेंचर फर्म को रजिस्टर्ड विक्रय पत्र के माध्यम से 59 लाख रुपए में बेच दी थी.  ये मामला अभी कोर्ट में चल रहा है. फर्म के द्वारा जमीन का सीमांकन कराया जा रहा था.

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शनिवार को तहसीलदार, आरआई, पटवारी राजस्व विभाग की टीम मौके पर जमीन का सीमांकन करने पहुंची तो विक्रेता रामलाल अहिरवार का बेटा बबलू अहिरवार और उसके परिवार की महिलाएं पुरुष जमीन पर आकर विवाद करने लगे और सीमांकन में की कार्रवाई में बाधा डालने लगे. राजस्व विभाग के द्वारा विवाद बढ़ता देख पुलिस को मौके पर बुलाया गया. भाजपा के नेताओं ने सीमांकन कराने का ठेका ले रखा था.

हमें घसीटा, थाने में पीटा, भाई का गला दबाया

थाने में मारपीट का आरोप लगाने वाली दीपा अहिरवार का कहना है कि हमारी जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है. हमने विरोध किया तो पुलिसवाले हमें गाड़ी में भरकर थाने ले आए. यहां उन्होंने पूरे परिवार को कमरे में बंद कर पीटा. माता-पिता और मुझे घसीटा, मेरे भाई का गला दबाया. हमने उसने कहा कि हमारी जमीन का केस चल रहा है, आप सुनवाई कीजिए, लेकिन हमारी एक नहीं सुनी गई. दीपा ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों को दीपेंद्र द्वारा रुपए दिए गए हैं. वह विधायक से पुलिस को फोन लगवा रहा है. विधायक के कहने पर ही पुलिस ने हमारी जमीन पर कब्जा हटाने की कार्रवाई की है.
 

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झूठा हरिजन केस दर्ज की भी धमकी 

जब पुलिस के आने के बाद भी विवाद शांत नहीं हुआ तो पुलिस टीम ने सुरक्षा की दृष्टि से विवाद करने वाले बबलू अहिरवार और उनके परिवार के लोगों को थाना ले आए. फर्म के जमीन खरीदने वाले फर्म के लोगों ने बताया कि उनके द्वारा नियम अनुसार जमीन बबलू के पिता से रुपए देकर खरीदी गई है. जिसमें विक्रेता के बेटे ने भी सहमति दी थी. लेकिन विक्रेता का  बेटा बबलू जबरन विवाद कर रहा है, बबलू का खरीदी गई जमीन पर कोई भी अधिकार नहीं है.

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बबलू विवाद कर धमकी दे रहा है यदि जमीन पर आए तो फर्म के लोगों पर झूठा हरिजन एक्ट का मामला दर्ज करवा कर जेल भिजवा दिया जाएगा.

CSP बोले- थाने में सीसीटीवी, किसी को नहीं पीटा

सीएसपी मिश्रा का कहना है कि राजस्व दल सीमांकन कर रहा था. एक पक्ष शासकीय कार्य में बाधा डाल रहा था. महिलाएं सड़क पर लेटकर विरोध कर रही थीं. वे खुद की जान को खतरे में डाल रही थीं। इसलिए उन्हें थाने लाया गया था. उन पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है. थाने में सीसीटीवी लगे हैं, किसी के साथ मारपीट नहीं की गई है. हम आपको महिलाओं के जमीन पर लेटने वाले वीडियो भी उपलब्ध करवाएंगे.

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