Cheetah in Gandhisagar Sanctuary: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले का गांधी सागर अभयारण्य चीतों का नया घर बन गया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को दो चीतों को अभयारण्य के बाड़े में छोड़ा. पिंजरा खुलते ही एक एक करके दोनों ही चीतों ने बाड़े में दौड़ लगा दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया. अब इस वीडियो पर यूजर्स कंमेट कर रहे हैं. दरअसल, यूजर्स को पावक और प्रभास में आपसी भाईचारा और प्यार दिखाई दे रहा है.
पिंजरे से निकलते ही पावक और प्रभास ने बाड़े में लगाई दौड़
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गांधी सागर अभयारण्य में पावक और प्रभास को रविवार को छोड़ा. पिंजरा खुलते ही पहले एक चीता बाहर आया और उसने बाड़े में दौड़ लगा दी. हालांकि वो थोड़ी दूर जाकर रुक गया और फिर पलटकर पिंजरे की तरफ देखा. मानो अपने भाई के आने का इंतजार कर रहा हो. कुछ ही देर में सीएम ने दूसरे पिंजरे का गेट खोला. इसमें चीता फौरन बाहर नहीं आया. पीछे से पिंजरे को धकेलना पड़ा, जिसके बाद प्रभास का भाई पावक बाहर आया और दौड़ लगा दी.
कभी रुकते, फिर पीछे मुड़कर देखते
दूसरा चीता पहले से खड़े चीते प्रभास के पास पहुंचा, फिर दोनों ने एक दूसरे गौर से देखा. इसके बाद दोनों ने चहलकदमी शुरू की. दोनों बाड़े में आगे बढ़े. कभी रुकते, पीछे मुड़कर देखते, फिर आगे बढ़ जाते.
वहीं इस वीडियो को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर यूजर्स कंमेंट भी कर रहे हैं. एक यूजर्स ने लिखा, 'ऐसा नहीं है कि प्यार सिर्फ इंसानों में ही होता है. प्यार जानवरों में भी होता है और इन चीतों ने यह साबित कर दिया है.'
दक्षिण अफ्रीका से भारत आया था पावक और प्रभास
बता दें कि पावक और प्रभास को कूनो नेशनल पार्क से गांधी सागर अभयारण्य लाया गया हैं. नर चीते पावक और प्रभाष करीब 6-6 साल के हैं. इन दोनों चीतों को दक्षिण अफ्रीका से 18 फरवरी, 2023 को लाया गया था और दोनों ही सगे भाई है.