Cheating in Jiwaji University Exam: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का भिंड जिला (Bhind) परीक्षाओं में नकल के लिए हमेशा से ही बदनाम रहा है. नकल के इस दाग को मिटाने के लिए जिला प्रशासन (District Administration Bhind) कई प्रयास भी कर चुका है, लेकिन यह दाग मिटने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जिले में चल रही जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) की बीए और बीएससी की परीक्षा का है. जहां लहार के दो केंद्रों पर खुलेआम नकल की जा रही है. छात्र गाईड और चिट के सहारे नकल को अंजाम दे रहे हैं. जिसकी सूचना पर एसडीएम (Lahar SDM) ने अचानक छापा मारा. जिससे छात्रों और परीक्षा केंद्रों में हड़कंप मच गया.
एसडीएम को देख छात्र खिड़कियों से बाहर नकल सामग्री फेंकते दिखे. इसके अलावा क्लास रूम, टॉयलेट आदि स्थानों पर भी नकल सामग्री छिपाई गई. एसडीएम के परीक्षा केंद्र पहुंचते ही जिसको जहां जगह मिली, वहां जल्दबाजी में नकल सामग्री छिपाई. इसके बाद भी दोनों केंद्रों पर एसडीएम ने पांच छात्रों के नकल प्रकरण बनाए. साथ ही, एसडीएम ने इन दोनों केंद्रों को निरस्त करने और यहां ड्यूटी दे रहे केंद्राध्यक्ष और शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर को प्रस्ताव भेजने की बात कही है.
जीवाजी विश्वविद्यालय के एग्जाम में हो रही नकल
दरअसल, इन दिनों जीवाजी विश्वविद्यालय के बीए और बीएससी के एग्जाम चल रहे हैं. जिसके लिए लहार के आईटीआई और शासकीय कॉलेज में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें दो शिफ्ट में परीक्षा कराई जा रही है. पहली शिफ्ट में सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक स्टूडेंट परीक्षा देते हैं. इसके बाद दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलती है. पहली शिफ्ट के एग्जाम के बीच सुबह करीब पौने 11 बजे एसडीएम विजय यादव आईटीआई कॉलेज पहुंचे.
एसडीएम की की गाड़ी जैसे ही कैंपस में घुसी, तो यहां का पूरा माहौल ही बदल गया. अलग-अलग कमरों की खिड़कियों से नकल सामग्री फेंकी गईं. कुछ चिट तो एसडीएम के सामने ही आकर गिरीं, जिन्हें एक प्यून ने उठाकर इकट्ठा किया. यहां कुल चार छात्र-छात्राओं के नकल प्रकरण बनाए गए, जिनमें दो बीएससी और दो बीए के थे. इनमें एक छात्र तो सीधे गाइड से ही अपनी कॉपी में लिख रहा था. यहां के पर्यवेक्षक व केंद्र प्रभारी राजेंद्र कुमार सोनी और एसपी सिसोदिया को एसडीएम यादव ने फटकार लगाई.
कलेक्टर को नकल की दी गई जानकारी
इसके बाद 11.30 बजे एसडीएम विजय यादव शासकीय महाविद्यालय पहुंचे, जहां चार कमरों में परीक्षा चल रही थी. एसडीएम की गाड़ी को कैंपस में देखते ही नकलची सतर्क हो गए और नकल की पर्चियां को खिड़कियों से बाहर फेंकते हुए दिखाई दिए. यहां हो रही नकल के बारे में एसडीएम विजय यादव ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने तहसीलदार, नायब तहसीलदारों को निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्रों पर खुद पहुंचकर इनका निरीक्षण करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें.
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