Driver's Strike Impact in Madhya Pradesh: केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में बस, ट्रक और ऑटो ड्राइवर सड़कों (Driver's Strike) पर उतर आए हैं. जिसके चलते यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. बस, ट्रक और ऑटो ड्राइवरों की ये हड़ताल का असर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में देखने को मिल रहा है. यात्री वाहन नहीं चलने से राज्य के तमाम शहर बुरी तरह से प्रभावित हैं. नए साल के मौके पर हुई इस हड़ताल का असर पर्यटन में भी देखने को मिल रहा है. इस हड़ताल से यात्री परेशान होते दिख रहे हैं.
बता दें कि केंद्र सरकार ने सड़क हादसों को रोकने के लिए हिट एंड रन कानून (Hit and Run Law) में बदलाव किया है. इसके तहत चालकों के दोषी पाए जाने पर 10 साल का कारावास और 7 लाख रुपये जुर्माने के प्रावधान है. ट्रक, बस और ऑटो चालक इसी कानून के विरोध में हड़ताल पर उतर आए हैं. एमपी में ड्राइवरों की इस हड़ताल से शहरों का क्या हाल है. हम आपको बता रहे हैं.
पन्ना में चक्का जाम में फंसी एंबुलेंस
पन्ना में नए कानून के खिलाफ बस और ट्रक चालकों ने हड़ताल शुरू कर दी है. जिसके चलते नए साल के मौके पर सुबह से ही यात्री भटक रहे हैं. बस और ट्रक चालकों ने पन्ना-छतरपुर मार्ग के अजयगढ़ बाईपास में चक्का जाम कर दिया है. वहीं देवेंद्रनगर वेयर हाउस बड़ागांव में चक्काजाम किया गया है. जिसके चलते वाहनों की लंबी लाइन लग गई है. इसका खामियाजा मरीजों और यात्रियों को उठाना पड़ रहा है. इस जाम में एंबुलेंस के फंसे होने से मरीजों को और उनके परिजनों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. हालांकि जिम्मेदार अधिकारी बड़ागांव वेयर हाउस के पास पहुंचकर जाम खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं.
श्रद्धालुओं को नहीं मिल रहे महाकाल के दर्शन
उधर उज्जैन में नए कानून के विरोध में सोमवार सुबह ट्रक, टैंकर और बस ड्राइवरों ने देवास रोड पर चक्का जाम कर दिया. हड़ताल के संबंध में ड्राइवर दोपहर में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने भी जाएंगे. इस हड़ताल के चलते नए साल पर बाबा महाकाल के दर्शन करने जाने वालों को काफी समस्याएं हो रही है. देवास रोड पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है. वहीं यात्रियों को टैक्सी भी नहीं मिल रही है.
शहडोल में नए हिट एंड रन कानून के विरोध में बस और ट्रक ड्राइवर सड़कों पर उतर आए हैं. इस दौरान ड्राइवरों ने बस स्टैंड बायपास में शहर की तरफ आने वाले मार्ग में जाम लगा दिया. जिसके चलते बायपास, नेशनल और स्टेट हाइवे में घंटों जाम लगा रहा. वहीं धार में यात्री बसों के चालकों ने आज से तीन दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है. जिसके चलते जिले में यात्री बसों के पहिए थम गए हैं. यात्री बसों के नहीं चलने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इंदौर में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
वहीं इंदौर में ट्रांसपोर्ट व्यापारियों ने नए कानून का जबरदस्त विरोध किया. कमर्शियल वाहन चालकों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा. वहीं दूसरी ओर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नए कानून से ड्राइवरों को काफी नुकसान होगा. जिससे उसके परिवार और ट्रांसपोर्ट से जुड़ा व्यवसाय प्रभावित होगा.
हिट एंड रन कानून के विरोध में बस ड्राइवरों की हड़ताल का असर बैतूल में भी देखने को मिल रहा है. नए साल के दिन बैतूल में लगभग 300 बस ड्राइवरों ने बस खड़ी कर हड़ताल शुरू कर दी है. बस ड्राइवरों की हड़ताल से बैतूल में यात्री काफी परेशान दिखे. वहीं बड़वानी में भी बस, ट्रेक्टर और टैक्सी चालक हड़ताल पर उतर आए हैं. जिसके चलते जिले भर में बसों के पहिए थमे हुए हैं. वहीं कुछ टैक्सी चालक अभी भी टैक्सी चला रहे हैं जिन्हें हड़ताल करने वालों द्वारा हड़ताल का समर्थन करने की हिदायत दी जा रही है.
शिवपुरी में पुलिस ने दो ड्राइवरों पर की कार्रवाई
शिवपुरी में हड़ताल कर रहे ड्राइवरों के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया है. पुलिस ने जाम लगाने वाले ट्रक चालकों के खिलाफ धारा 283 के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने दो ट्रक ड्राइवरों के खिलाफ धारा 283 के तहत मामला दर्ज कर उनके कंटेनर जब्त कर लिए हैं. इस ड्राइवरों ने NH 46 पर कंटेनर को खड़ा कर जाम लगा दिया था. जिसके बाद पुलिस ने इन पर कार्रवाई की है.
वहीं भिंड में वाहन चालकों ने सुभाष तिराहे पर चक्का जाम किया हुआ है. इस दौरान ड्राइवरों ने जमकर हंगामा किया और ऑटो चालकों को निकलने से रोका. श्योपुर में ड्राइवरों के हड़ताल के चलते बसें रुक गई हैं. श्योपुर बस स्टैंड पर करीब 500 हड़ताली ड्राइवर धरने पर बैठ गए हैं. ड्राइवरो के हड़ताल पर जाने से श्योपुर से एमपी, यूपी और राजस्थान की ओर जाने वाली बसों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है. बसों के बंद होने के चलते श्योपुर से कोटा, सवाई माधोपुर, इंदौर, भोपाल, दिल्ली, ग्वालियर और शिवपुरी जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं माना जा रहा कि इस हड़ताल से बस मालिकों को करीब 45-50 लाख का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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