कोविड काल से बंद पड़ी बुरहानपुर-ताप्ती मिल अब तक नहीं हुई शुरू, श्रमिकों का दावा- निजी हाथों में सौंपने की है तैयारी

MP News: टेक्सटाइल नगरी बुरहानपुर में कोविड के समय से बुरहानपुर-ताप्ती मिल बंद पड़ी है. जिसको फिर से शुरू करने की श्रमिकों ने मांग की है. श्रमिकों का दावा है कि प्रबंधन इस मिल को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी में हैं.

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बुरहानपुर-ताप्ती मिल कोरोना काल से बंद है.

Burhanpur-Tapti Mill Closed Since The Covid Period: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की टेक्सटाइल नगरी (Textile City of MP) कहे जाने वाले बुरहानपुर (Burhanpur) में कोविड के समय से बुरहानपुर-ताप्ती मिल (Burhanpur-Tapti Mill) बंद पड़ी है. इसको फिर से चालू किए जाने को लेकर यहां के श्रमिकों ने पिछले कुछ समय में धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन अब भी उन्हें इस मिल के चालू होने का इंतजार है. बता दें कि यह मिल केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय (Union Ministry of Textiles) के अधीन एनटीसी यानी नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन (National Textile Corporation) के अंतर्गत आती है. यहां का करने वाले श्रमिकों के अनुसार अब इस मिल को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है, जिसको लेकर श्रमिकों ने विरोध भी किया है.

वहीं इस मिल को दोबारा शुरू किए जाने को लेकर खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल (Khandwa MP Gyaneshwar Patil) ने हाल ही में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह (Union Textiles Minister Giriraj Singh) से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मिल को सरकारी या निजी स्तर पर शुरू करने की मांग की.

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श्रमिकों का दावा है कि बुरहानपुर-ताप्ती मिल को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है.

श्रमिक संगठन ने निजी हाथों में मिल को देने का किया विरोध

वहीं इस मामले को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस के समर्थित श्रमिक संगठन इंटक ने साफ कहा कि जब मिल मुनाफे में है, जिसके चलते मिल प्रबंधन श्रमिकों को आधा वेतन दे रहा है तो इसे किसी हाल में निजी हाथों में दिया जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इंटक के अध्यक्ष रफीक गुल मोहम्मद ने मांग की है कि सरकार बुरहानपुर-ताप्ती मिल को जल्द शुरू करे. अगर सरकार इस मुनाफे वाले मिल को निजी हाथों में देती है तो इसका जोरदार ढंग से विरोध किया जाएगा.

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श्रमिकों को मिल रहा आधा वेतन

बता दें कि भले ही यह मिल कोरोना के दौर से बंद है, फिर भी मिल प्रबंधन और नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन मिल में काम करने वाले श्रमिकों को आधा वेतन का भुगतान कर रहा है. कोरोना काल समाप्त हुए काफी समय बीत जाने के बाद यहां काम करने वाले एक हजार से अधिक श्रमिकों को मिल शुरू होने का फिर से इंतजार है. नई सरकार के गठन के बाद श्रमिकों को नए कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह से मिल दोबारा शुरू करने की उम्मीद है.

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