यहां जमीन से निकल रहा है उबलता पानी, बुलाई गई एक्सपर्ट टीम, मीथेन, सल्फर और अमोनिया रिजर्व गैस की संभावना

Boiling Water Incident: सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची खनिज, पर्यावरण और आपदा राहत की टीम ने प्राथमिक जांच के बाद रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है. जिला कलेक्टर ने अब इस मामले में ऑयल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन (ओएनजीसी) को पत्र लिखा है.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Boiling Water Incident: सतना जिले में सिद्धिविनायक कॉलोनी में बोरिंग के दौरान धरती से उबलता पानी देख लोगों के होश उड़ गए. जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर स्थित सिद्धविनायक कॉलोनी में सूचना के बाद प्लॉट खरीदने वाले लोग खौफजदा हैं. एक्सपर्ट की मानें तो करीब 600 फीट गहरे बोरिंग से मीथेन, अमोनिया और सल्फर जैसी गैस का स्राव हो रहा है.

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची खनिज, पर्यावरण और आपदा राहत की टीम ने प्राथमिक जांच के बाद रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है. जिला कलेक्टर ने अब इस मामले में ऑयल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन (ओएनजीसी) को पत्र लिखा है.

प्लॉटिंग एऱिया से लगातार निकलते उबलते पानी से लोगों के होश उड़ा दिए.

रिपोर्ट के मुताबिक नगर निगम की सीमा से लगे रामपुर चौरासी में स्थित सिद्धविनायक कॉलोनी के रैगांव निवासी आशीष गौतम ने 1300 वर्ग फीट का एक प्लॉट खरीदा था.  प्लॉट पर बोरिंग के बाद बोरिंग से निकला पानी अचानक उबलने लगा. पहले तो उन्होंने इस सामान्य घटना माना, लेकिन लगातार निकलते उबलते पानी से उनके होश उड़ा दिए.

जिला प्रशासन ने उबलते पानी की जांच के लिए एक्सपर्ट टीम को बुलाया

मामले की सूचना जिला प्रशासन दी गई तो उबलते पानी की जांच के लिए खनिज विभाग के अधिकारी एचपी सिंह, इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा, पर्यावरण विभाग के कनिष्ठ वैज्ञानिक जीपी  बैगा, कैमिस्ट  अनूप श्रीवास्तव और अपदा राहत की टीम मौके पर पहुंची और जांच के बाद उन्होंने कलेक्टर को रिपोर्ट सौंप दी.

एक्सपर्ट ने आसपास की जमीन की गैस डिटेक्टर की जांच

प्लॉट के आसपास के इलाके के निरीक्षण के लिए एक्सपर्ट टीम ने गैस डिटेक्टर से जांच किया, तो बोरिंग से लगे बड़े एरिया में गैस के रिसाव के संकेत मिले. एक्सपर्ट ने जांच में पाया कि प्लॉटिंग एरिया की अधिकांश जमीन बल रही है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि कुल कितने इलाके गैस मौजूद हो सकती है.

Advertisement
जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर अनुराग वर्मा को सौंप दी है. इस रिपोर्ट को आगे बढ़ा दिया गया है. माना जा रहा है कि जल्द ही ओएनजीसी की टीम यहां का दौरा कर सकती है.

प्लॉटिंग की 50 मीटर पर एरिया में प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव

जांच टीम ने इस मामले में अभी 50 मीटर के क्षेत्रफल में आने-जाने में प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है. फिलहाल कलेक्टर द्वारा इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं. माना जा रहा है कि यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि ग्रामीणों ने सिरदर्द और आंखों में जलन होने की शिकायत की थी.

ये भी पढ़ें-बेटे को स्कूल में नहीं मिला दाखिला तो BJP कार्यकर्ता ने जताई नाराजगी, MLA बोले-'कांग्रेस जॉइन कर लो',अब दी सफाई

Advertisement